जन्में भगवान श्रीराम, अवध में छाईं खुशियां
– मुरार रामलीला का दूसरा दिन
जन्में भगवान श्रीराम, अवध में छाईं खुशियां
ग्वालियर. रामलीला मैदान मुरार में हो रही रामलीला के दूसरे दिन भगवान श्रीराम और सीता के जन्म की लीला का मंचन किया गया। मंचन में सर्वप्रथम दिखाया गया कि रावण के अत्याचारों से व्याकुल होकर पृथ्वी सहित सभी देव-देवताओं ने भगवान विष्णु से संरक्षण के लिए विनय की, तब भगवान ने रक्षा का आश्वासन दिया। जिसके फलस्वरूप अयोध्या में महाराज दशरथ एवं महारानी कौशल्या के आंगन में भगवान विष्णु राम के रूप में अवतार लेते हैं। उधर जनकपुर में राजा जनक अकाल से पीडि़त अपनी प्रजा के हाल-चाल की जानकारी अपने मंत्री से मिलने पर दु:खी होते हैं। तब राजा जनक प्रजा की समृद्धि एवं अनाज उत्पन्न करने के लिए जैसे ही धरती पर हल चलाना शुरू करते हैं वैसे ही अचानक धरती की गोद से दिव्य कन्या सीता के रूप में प्रकट होती है। बुधवार को तीसरे दिन की कथा में ताडक़ा वध एवं पुष्प वाटिका की लीलाओं का मंचन किया जाएगा। इस मौके पर रामलीला मंडल मुरार के अध्यक्ष बैजनाथ सिंह घुरैया, डायरेक्टर अखिलेश उपाध्याय, महामंत्री विकास उपाध्याय, अनिल जैन, गोपालदास खंडेलवाल, रामस्वरूप तिवारी आदि मौजूद थे।