11 हजार से घटकर 5600 रह गए छोटे कारोबारी
ग्वालियरPublished: Mar 06, 2020 11:52:19 pm
– कैंप लगाकर बनाए गए थे रजिस्ट्रेशन, अब नहीं हो रहे नए रजिस्ट्रेशन
11 हजार से घटकर 5600 रह गए छोटे कारोबारी
ग्वालियर. खाद्य विभाग की ओर से छोटे खाद्य व्यापारियों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते कुछ समय पहले तक जिन छोटे खाद्य कारोबारियों की संख्या 11 हजार के करीब थी, वह अब घटकर महज 5600 ही रह गयी है। शहर के अधिकांश छोटे कारोबारी बिना रजिस्ट्रेशन के ही अपना काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि करीब चार वर्ष पूर्व खाद्य विभाग की ओर से शहर में कैंंप लगाकर छोटे कारोबारियों के रजिस्ट्रेशन कराए गए थे। उसके बाद से अब तक इस तरह के कैंप नहीं लगाए गए और इन कारोबारियों ने अपने रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण भी नहीं कराया।
100 रुपए लगता है शुल्क
छोटे कारोबारियों में सब्जी, फल आदि बेचने वालों से लेकर हर तरह के खाने-पीने की सामग्री वाले व्यापारी आते हैं। इन्हें खाद्य विभाग से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके लिए एक वर्ष की फीस 100 रुपए होती है। चूंकि हर व्यक्ति कलेक्ट्रेट तक नहीं पहुंच पाता इसलिए शहर में अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाकर रजिस्टे्रशन कराए गए थे। यदि फिर से इस तरह के कैंप लगाए जाते हैं तो ऐसे रजिस्ट्रेशन हो सकेंगे। वहीं 12 लाख रुपए से अधिक का टर्नओवर वाले व्यापारियों को खाद्य विभाग की ओर से लायसेंस लेना होता है। दूध डेयरी वाले ऐसे व्यापारियों को लायसेंस बनवाना जरूरी होती है जिनकी हर रोज की बिक्री 500 लीटर से दूध सेे अधिक की होती है।
शिविर लगना चाहिए
ये बात सही है कि अधिकांश छोटे कारोबारियों के रजिस्ट्रेशन नहीं हैं। जिस तरह से पहले कैंप लगाए गए थे, ठीक उसी तरह से कैंप लगाकर इनके रजिस्ट्रेशन कराए जाने चाहिए।
– नरेन्द्र मांडिल, राष्ट्रीय संयोजक खाद्य सुरक्षा, कैट
भविष्य में लगाएंगे कैंप
कुछ समय पूर्व कैंप लगाकर छोटे व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन किए गए थे। उसके बाद ऐसे कारोबारियों ने नवीनीकरण नहीं कराया और उनकी संख्या कम हो गई। भविष्य में कैंप लगाकर ऐसे कारोबारियों के रजिस्ट्रेशन करेंगे।
– लखनलाल कोरी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी