स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में ग्वालियर से दूसरे शहरों के लिए 8 एसी लग्जरी बसें संचालित की जा रही हैं। हर रोज दो-दो बसें ग्वालियर से शिवुपरी, गुना, दतिया और इंदौर के लिए संचालित हो रही हैं। इन बसों के शुरू होते ही निजी बस ऑपरेटरों ने विरोध करते हुए गुना और शिवपुरी के लिए चलने वाली बसों के स्टाफ से कई बार मारपीट की थी और इन बसों के कांच भी तोड़े थे। इन बसों को परिवहन विभाग द्वारा अस्थाई परमिट देकर संचालित कराया जा रहा था। इनका समय बदलने के लिए प्रशासन पर भी दबाव बनाया गया था। इसके बाद जैसे ही परमिट स्थाई कराने के लिए आवेदन किया गया परिवहन विभाग ने करीब 15 दिन पहले निजी बस ऑपरेटरों के दबाव में आकर दो बसों का समय बदल दिया।
सुबह 9.15 का था टाइम, अब जा रही 4.30 बजे
ग्वालियर से गुना जाने वाली बस क्रमांक एमपी 07 पी 1773 अस्थाई परमिट पर सुबह 9.15 बजे पर स्मार्ट सिटी बस स्टैंड से रवाना होती थी और गुना से ग्वालियर के लिए शाम 4 बजे आती थी। अब यह बस ग्वालियर से शाम 4.30 बजे जा रही है, वहीं गुना से दूसरे दिन सुबह 8 बजे आती है। इसी तरह बस क्रमांक एमपी 07 पी 1809 ग्वालियर से शिवपुरी के लिए पूर्व में अस्थाई परमिट पर सुबह 6.30 बजे जाती थी और शाम 5 बजे आती थी। अब यह बस 7 बजे रवाना जा रही है। बसों के समय परिवर्तन से सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को हो रही है। इन दो बसों के अलावा अन्य शहरों में जाने वाली बसों के अस्थाई परमिट को स्थाई किए जाते समय फिर से समय परिवर्तित करने की बात कही जा रही है।
सवारियां परेशान
बसों का समय बदलने से सवारियां प्रभावित हो रही हैं। यह बसें खाली जा रही हैं, जिससे हर रोज करीब 10 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है।
सावंतसिंह, बस ऑपरेटर, सूत्र सेवा, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
नियमानुसार दिया परमिट
परिवहन प्राधिकार की बैठक में दावे आपत्ति सुनने के बाद बसों के परमिट स्थाई तौर पर दिए जाते हैं। परमिट को नियमानुसार दिया गया है।
एमपी सिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी