जवान को उसके साथी उठाकर इलाज के लिए अकादमी के अस्पताल में ले गए। सिर में गहरी चोट लगने की वजह से काफी खून बहने से उसकी मौत हो गई। उधर बैरक की छत से जवान के गिरने को लेकर अकादमी में कई तरह की आषंका जाहिर की गई है। कहा जा रहा है जवान छत से गिरा नहीं बल्कि कूदा है।
पुलिस ने बताया जयंत कुमार बैरागी निवासी बैतूल बीएसएफ में कांस्टेबल था। यहां अकादमी परिसर में बैरक में रहता था। सोमवार रात करीब 8 बजे उसके साथी बैरक के बाहर बैठे थे, जबकि जयंत फोन पर बात करने के लिए छत पर चढ गया। वहां कुछ देर टहलता फिर उसके गिरने की आवाज आई।
पुलिस ने बताया जयंत कुमार बैरागी निवासी बैतूल बीएसएफ में कांस्टेबल था। यहां अकादमी परिसर में बैरक में रहता था। सोमवार रात करीब 8 बजे उसके साथी बैरक के बाहर बैठे थे, जबकि जयंत फोन पर बात करने के लिए छत पर चढ गया। वहां कुछ देर टहलता फिर उसके गिरने की आवाज आई।
जंयत सिर के बल छत से गिरा तो उसके सिर में गहरी चोट आई। साथी उसे उठाकर अकादमी के अस्पताल में ले गए। लेकिन तब तक उसके सिर से काफी खून निकल चुका था।
चिकित्सकों ने उसका चेकअप कर उसे मृत बता दिया। उधर जयंत की मौत को लेकर अकादमी में कई सवाल भी उठ रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि जयंत गिरा नहीं बल्कि कूदा था। इससे मामला उलझ गया है।
सवाल उठ रहा है कि जयंत ने बैरक की छत से नीचे उतरने के लिए या तो छलांग लगाई गई है उसमें संतुलन बिगडने पर नीचे सीमेंट के ठोस फर्ष पर सिर के बल गिरा है या आत्मघाती कदम उठाया है।
आतंरी थाना प्रभारी बैजनाथ मिश्रा ने बताया कि बीएसएफ कांस्टेबल की मौत पर मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।
कोरोना की जानकारी दे रहा था
पुलिस के मुताबिक जंयत के साथियों ने बताया इन दिनों अकादमी में कोरोना वायरस फैला है। जंयत उसके बारे में परिजन से बात करने के लिए छत पर चढा था।
कोरोना की जानकारी दे रहा था
पुलिस के मुताबिक जंयत के साथियों ने बताया इन दिनों अकादमी में कोरोना वायरस फैला है। जंयत उसके बारे में परिजन से बात करने के लिए छत पर चढा था।