एक महीने में पूरा होगा सर्वे
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार डीपीआर का कार्य एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही सड़क बनाने की फिजिबिलिटी का पता चलेगा।
जमीन में नहीं मिला पत्थर
जमीन के अंदर स्ट्रेंथ के लिए बोरिंग कराई जाती है। पीडब्ल्यूडी द्वारा 20 जगह बोरिंग कराई जाएंगी। इसमें से रानीपुरा, फूलबाग, गांधीनगर सहित करीब 6 जगहों पर बोरिंग कराई गई, जिसमें जमीन के अंदर पत्थर नहीं मिला है। जबकि 5 से 6 फीट तक तो गंदगी ही निकल रही है। जानकारों की मानें तो अगर पत्थर मिलता तो अच्छा रहता है बेस तैयार करना आसान होता है।
एजेंसी बना रही है डीपीआर
एलीवेटेड रोड के लिए फिजिबिलिटी जांचने और डीपीआर बनाने का कार्य एजेंसी कार्य कर रही है। एक महीने में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
एमएस जादौन, कार्यपालनयंत्री, पीडब्ल्यूडी ब्रिज