पुलिस कस्टडी में बैठा वीरसिंह भी बेटे के दुबकने के सही ठिकाने नहीं बता सका है। उसने खुलासा किया कि बड़ा बेटा आगरा में रहता है, वह उसके घर दुबक सकता है। क्लू मिलने पर महाराजपुरा पुलिस की टीम बुधवार रात को आगरा पहुंच गई। वहां अमन और उसका भाई दोनों घर से गायब मिले। पुलिस का कहना है कि वीरसिंह बता रहा है कि अमन की नीयत ठीक नहीं है। घर से भी पैसे चोरी कर चुका है, उसकी सोहबत भी ठीक नहीं है।
उधर सेंट्रल बैंक के अधिकारी गुरुवार को भी घटनाक्रम के फुटेज पुलिस को नहीं दे सके हैं, क्योंकि सीसीटीवी को जो तीन कर्मचारी ऑपरेट करते हैं, वह तीनों शहर के बाहर हैं। उनके वापस आने पर फुटेज मिलेंगे।
अमन ने रविवार शाम को विश्वविद्यालय और महाराजपुरा में सेंट्रल बैंक के एटीएम में घुसकर उनमें रखे 28 लाख रुपए चुराए थे। शनिवार को वह इन दोनों एटीएम में कैश लोड कर गया था, रविवार को छुट्टी के दिन उसने वारदात की।
एक एफआइआर के बाद चुप्पी
सीएमएस कंपनी पुलिस को बता रही है कि कस्टोडियन अमनसिंह ने पानी की टंकी तिराहा, महाराजपुरा पर सेंट्रल बैंक के एटीएम से करीब 17 लाख 16 हजार रुपए और सिटी सेंटर में सेंट्रल बैंक के एटीएम से 10 लाख 71 हजार रुपए चुराए हैं, लेकिन कंपनी ने सिर्फ महाराजपुरा थाने में अमन पर एफआइआर दर्ज कराई है।विश्वविद्यालय पुलिस को घटना की जुबानी जानकारी देकर कंपनी चुप्पी साध गई है।
बदले गए पासवर्ड
कंपनी स्टाफ ने बताया कि एटीएम का कैश चोरी होने का पता चलने के बाद उन 17 एटीएम के पासवर्ड और लॉक बदल गए हैं, जिनमें चोर कस्टोडियन अमनसिंह पैसा जमा कराने जाता था।