ऐसे बैक्टीरिया डालने पर विचार करें, जो गंदगी को नष्ट कर पानी में बदल देे। इसके लिए डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट ग्वालियर की मदद ले सकते हैं। नगर निगम को मोती तबेला के नाले को स्वर्ण रेखा में मिलाने के मामले में भी जवाब पेश करना है।
सीवर नेटवर्क सहित नदी के दोनों ओर लाइन बिछाने की डीपीआर की जानकारी कोर्ट को देनी होगी। नदी के सौंदर्यीकरण को लेकर विश्वजीत रतौनिया की याचिका पर जस्टिस आनंद पाठक व विनोद कुमार द्विवेदी ने सुनवाई के दौरान यह बात कही।