24 दिसंबर से शुरू होने वाल तानसेन समारोह की दस सभाओं की पहली प्रस्तुति शहर के म्यूजिक यूनिवर्सिटी व संगीत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों की ओर से ध्रुपद गायन के साथ होगी। यह परम्परा शुरू से ही चली आ रही है। इसमें अधिकतर पोस्ट ग्रेजुएशन छात्र-छात्राओं को मौका मिलता है और हर बार टीम को बदला जाता है, जिससे अधिक से अधिक कलाकारों को मौका मिल सके। सभी की पहली प्रस्तुति में प्रशस्ति से शुरुआत माधव संगीत महाविद्यालय करता है।
इन महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं और शिक्षक संभालेंगे मंच : राजा मानसिंह तोमर एवं संगीत विश्वविद्यालय, माधव संगीत महाविद्यालय, शंकर गंधर्व महाविद्यालय, भारतीय संगीत महाविद्यालय, शारदा नाद मंदिर संगीत महाविद्यालय, महारुद्र मंडल महाविद्यालय, ध्रुपद केन्द्र ग्वालियर, तानसेन संगीत महाविद्यालय, तानसेन स्मारक समिति बेहट, साधना संगीत महाविद्यालय।
19 दिसंबर को बैठेगी जूरी, होगा सिलेक्शन : संस्थान के निर्देशक मधुसूदन शर्मा ने बताया कि कलाकृतियों और स्कल्प्चर के चयन के लिए 19 दिसंबर को जूरी बैठेगी, जो कलाकृतियों को सिलेक्ट करेगी। इसमें कुछ बाहर के और कुछ स्थानीय विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। यदि किसी कलाकार की तीन से अधिक कलाकृतियां भी हैं, तो उनमें से एक ही पेंटिंग का चयन किया जाएगा।
कला प्रदर्शनी में आवेदन अब 15 दिसंबर तक
तानसेन समारोह ललित कला संस्थान में आयोजित होने वाली कला प्रदर्शनी में आवेदन की तिथि बढ़ाकर अब 15 दिसंबर कर दी गई है। अभी तक इसकी 10 दिसंबर डेट रखी गई थी। अभी तक 48 कलाकृतियां संस्थान में जमा हो चुकी हैं। जबकि इस बार 150 कलाकृतियों को डिस्प्ले करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि पिछली बार 110 कलाकृतियां ही डिस्प्ले हो सकी थी। इसमें कलाकृतियां और स्कल्प्चर शामिल होंगे। इस प्रदर्शनी में ग्वालियर चंबल संभाग के कलाकार शामिल हो सकते हैं।