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ग्वालियर

पितरों की आत्म शांति के लिए किया तर्पण

– पितृपक्ष (कनागत) सोमवार से हुए शुरू, अब 6 अक्टूबर तक नहीं होंगे शुभ कार्य

ग्वालियरSep 21, 2021 / 09:57 am

Narendra Kuiya

पितरों की आत्म शांति के लिए किया तर्पण

पितरों की आत्म शांति के लिए किया तर्पण

ग्वालियर. पितृपक्ष (कनागत) पूर्णिमा के पहले दिन लोगों ने अल सुबह पितरों को तर्पण किया। कनागतों के चलते इस बार 16 दिनों तक लोग अपने पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करेंगे। कटोरा ताल के छोटे ताल, लक्ष्मण तलैया सहित पर अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों ने पितरों को श्राद्ध दिया। पितृपक्ष का समापन 6 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार श्राद्धपक्ष में लोग पूर्वजों को याद कर उनका तर्पण करते हैं, ताकि उनके आशीर्वाद से सुख-समृद्धि बनी रहे। पितपृक्ष के इन दिनों में सभी शुभ कार्यों पर रोक लगी रहेगी। वहीं श्राद्धपक्ष के शुरू होते ही ब्राह्मणों और कौवों की पूछ-परख बढ़ गई है। इसके साथ ही बाजार में इमरती और मालपूए के साथ दूध की बिक्री भी बढ़ गई है।
सर्वपितृ तर्पण महायज्ञ 6 अक्टूबर को
सर्व पितृमोक्ष अमावस्या के मौके पर 6 अक्टूबर को लक्ष्मीबाई कॉलोनी स्थित कम्युनिटी हॉल प्रांगण में सर्वपितृ तर्पण महायज्ञ संपन्न होगा। कार्यक्रम संयोजक डॉ.एके वाजपेयी ने बताया कि इस महायज्ञ में वैदिक आचार्यों की मौजूदगी में शहर के लोग विधि-विधान से अपने पूर्वजों को नि:शुल्क तर्पण कर सकेंगे। तर्पण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री भी नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। पूरा कार्यक्रम कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए किया जाएगा। इसके लिए लोग मास्क लगाकर ही आएंगे और सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन किया जाएगा। इस मौके पर कोरोना काल में मृत आत्माओं के लिए शांति पाठ भी किया जाएगा।
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