रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ द्वारा निर्भया फंड से15 कैमरे लगाए जाने थे, लेकिन अब तक नहीं लग सके, वहीं प्लेटफॉर्म एक पर लगे रेलवे के कैमरों की क्वालिटी इतनी घटिया हो गई है कि उनमें यात्रियों के फोटो पहचान में नहीं आते हैं। इस वजह से यात्रियों का सामान चोरी होने या अन्य कोई घटना होने पर इन कैमरों से कोई मदद नहीं मिल पाती है।
टे्रनों से यात्रा करने वाले दिव्यांगों की परेशानी को देखते हुए आइआरसीटीसी ने रेलवे को लिफ्ट व्हील चेयर दी। इसके लिए रेलवे ने कुछ कुलियों को प्रशिक्षण दिया, लेकिन लिफ्ट व्हील चेयर को चलाने के लिए कोई तैयार नहीं है। इसके चलते छह महीने से यह पार्सल कार्यालय में धूल खा रही है। दिव्यांग यात्री ट्रेनों में बैठने के लिए काफी परेशान हो रहे हैं, जिन्हें लिफ्ट व्हील चेयर की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म एक दो और चार पर लिफ्ट लगाने की योजना काफी पुरानी है। इस वर्ष प्लेटफॉर्म एक पर लिफ्ट के लिए बड़े- बड़े गड्ढे खोदने के बाद कंपनी ने वहीं पर सामान रखकर छोड़ दिया है, इसके चलते यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। प्लेटफॉर्म दो पर लिफ्ट का कुछ काम हुआ है, लेकिन इसका यात्रियों को अभी तक फायदा नहीं मिल रहा है।
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाने की योजना है। इसके तहत प्लेटफॉर्म एक और चार के साथ सर्कुलेटिंग एरिया में डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए। जिन पर सर्कुलेटिंग एरिया में और प्लेटफॉर्म एक पर कंपनी ने रेलवे की सुविधाओं को छोडकऱ अपने विज्ञापन कर पैसा कमाने का काम किया। जबकि इन बोर्ड पर ट्रेनों के आने-जाने की जानकारी के साथ, रेलवे से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध करानी थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका और पिछले दस माह से यह बंद हो गए हैं।