आवश्यकता ने बढ़ाया डिजिटलाइजेशन का महत्व
आइटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के नेशनल सेमिनार में ‘सस्पायर-4’ की थीम- ‘स्ट्रेटजीस फ ॉर डिजिटल एंड कैशलेस इकोनॉमी इन ए ग्लोबलाइज्ड एरा’ रखी गई ।
आवश्यकता ने बढ़ाया डिजिटलाइजेशन का महत्व
ग्वालियर. आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है। इसी आवश्यकता ने डिजिटलाइजेशन के महत्व को बढ़ा दिया। अब हर कोई डिजिटलाइजेशन में विश्वास करने लगा है। इसे सरकार भी अब बढ़ावा दे रही है। अगर आप आइआरसीटी में टिकट भी बुक करेंगे, तो उसमें कैश पेमेंट का ऑप्शन नहीं होगा। आपको डिजिटल ही पेमेंट करना होगा। हम इसकी आवश्यकता जितनी बढ़ाएंगे, उतना ही हम कैशलेस की तरफ बढ़ते जाएंगे। आइजीएनटी यूनिवर्सिटी के कॉमर्स डिपार्टमेंट के प्रो शैलेद्र भदौरिया ने यह बात आइटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के नेशनल सेमिनार में कही। ‘सस्पायर-4’ की थीम- ‘स्ट्रेटजीस फ ॉर डिजिटल एंड कैशलेस इकोनॉमी इन ए ग्लोबलाइज्ड एरा’ रखी गई थी।
कैशलेस का ट्रेंड काफी सुविधाजनक : पहले सेशन के चेयरमैन डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के डीन प्रो अजय वाग ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि डिजिटलाइजेशन को आगे लेकर जाएं। लोग कैश से कैशलेस कन्वर्ट होने में विश्वास रखें। वहीं इंडियन अकाउंटिंग एसोसिएशन के सेक्रेट्री प्रो आरसी गुप्ता ने कहा कि डिजिटल एंड कैशलेस इकोनॉमी एक नया रेवॉल्यूशन है। भारत की जीडीपी पर इसका असर 2025 के बाद पता चलेगा। ड्रॉफ्ट, चेक, एटीएम के बाद अब डिजिटल के साथ कैशलेस का ट्रेंड काफ ी सुविधाजनक है।
Home / Gwalior / आवश्यकता ने बढ़ाया डिजिटलाइजेशन का महत्व