दरअसल, जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा घोषित किए गए बीएससी प्रथम वर्ष के परिणाम में गड़बड़ी को लेकर वीआरजी कॉलेज की छात्राएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। बुधवार को भी छात्राओं का समूह प्रशासनिक भवन पहुंचा और घेराव करके नारेबाजी की। हंगामा बढ़ते देख कुलपति ने छात्राओं के प्रतिनिधिमंडल को बात करने के लिए कक्ष में बुलाया था, जहां छात्राएं जिस क्लास में पढ़ रही हैं, उसके पूरे विषय तक नहीं बता सकीं। कुलपति ने सभी को फटकार लगाते हुए कहा कि जब आपको अपने प्रश्नपत्र का नाम ही नहीं पता तो कॉपियों में क्या लिख होगा, उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य को भी तलब करने के निर्देश दिए हैं। बाद में कुलपति के तीखे सवालों के जवाब देने में असफल रहीं छात्राएं वापस लौट गईं।
छात्राओं का आरोप
-वीआरजी कन्या महाविद्यालय मुरार में अध्ययनरत बीएससी की छात्राओं का आरोप था कि उनकी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन सही नहीं हुआ और जानबूझकर फेल किया गया है। विवि के अधिकारियों ने उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन सही तरीके से नहीं कराया। छात्राओं ने कहा कि सर ने परीक्षा भवन बुलाया तो वहां देखा कि 15 नंबर थे, जबकि यहां 5 नंबर चढ़ाए हैं। फस्र्ट कॉपी हमको नहीं दिखाई।
परीक्षा नियंत्रक का जवाब
-परीक्षा नियंत्रक प्रो आरकेएस सेंगर ने कहा कि कुछ छात्राओं ने केमिस्ट्री की उत्तरपुस्तिकाओंं में भारत और पाकिस्तान का युद्ध लिखा है, अब कहां से नंबर मिल जाएंगे। इसके बाद भी अगर आप लोग चाहो तो अपने एग्जामिनर से कॉपियां चेक करा लो। हम फेल छात्राओं को पास कैसे करा देंगे।
नहीं बढ़ेंगे अंक
-प्रशासनिक भवन मेंं चले हंगामे-प्रदर्शन के बीच कुलपति प्रो संगीता शुक्ला ने छात्राओं के प्रतिनिधि मंडल को मिलने के लिए बुलाया था। सवाल-जवाब के बीच जब छात्राओं के कॉलेज की प्राध्यापक को भी बुलाया गया। इसके बाद जब छात्राएं सब्जैक्ट नहीं बता सकीं तो उनकी प्राध्यापक ने सभी को समझाइश देकर जाने के लिए कहा इसके बाद मामला शांत हुआ। विवि प्रशासन ने किसी भी छात्रा के अंक बढ़ाने से मना कर दिया है।