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ग्वालियर

हमारे चिडिय़ाघर में सुरक्षित हैं बाघ

शहर के चिडिय़ाघर में बढ़ाई वनजीवों की निगरानी

ग्वालियरApr 09, 2020 / 08:17 pm

राहुल गंगवार

tiger in gwalior zoo

हमारे चिडिय़ाघर में सुरक्षित है बाघ

ग्वालियर. न्यूयार्क के ब्रोंक्स चिडिय़ाघर में चार वर्षीय मादा बाघ कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भारत में चिंता बढ़ गई है। भारतीय केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की ओर से जारी बयान में कहा गया है, देशभर के चिडिय़ाघरों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी लक्षण/असामान्य व्यवहार के लिए सीसीटीवी के माध्यम से 24 घंटे जानवरों की निगरानी करें। इसके बाद ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (चिडिय़ाघर) में वन्यजीवों की निगरानी बढ़ा दी गई है। यहां दो शेर, चार बाघ और 6 तेंदुए सहित कई वन्यप्राणी मौजूद है।

आब्जरवेशन में वनप्राणी
चिडिय़ाघर के डॉक्टर उपेन्द्र यादव ने बताया, टाइगर को कोरोना संक्रमण होने के बाद चिडिय़ाघर में शेर, बाघ और तेंदुए की निगरानी को बढ़ा दिया है। सभी को आब्जरवेशन में ले लिया है और 24 घंटे की निगरानी की जा रही है। उनके पिंजरे को सेनेटाइज किया जा रहा है। जानवरों में संक्रमण न फैले इसलिए सिर्फ एक कर्मचारी को इनके बाड़े में प्रवेश दिया जा रहा है उसको भी सेनेटाइज करके भेजा जा रहा है।

खाने पर विशेष नजर
डॉक्टर यादव ने बताया, चिडिय़ाघर में वनजीवों के भोजन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जानवरों को जो मांस दिया जा रहा है वह पहले पूरी तरह से पानी से साफ किया जा है उसके बाद खाने के लिए दिया जा रहा है। इसके अलावा इन जानवरों को हरी सब्जियां भी दी जा रही है। खाने को ज्यादा देर तक वहां नहीं पड़ रहने दे रहे जिससे मक्खी और गंदगी न फैले।

बाहरी व्यक्ति का प्रवेश बंद
चिडिय़ाघर 17 मार्च से आमजनता के लिए बंद है इसलिए किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ चिडिय़ाघर के कर्मचारियों को आने-जाने की इजाजत है। कर्मचारियों को गेट पर ही सेनेटाइज करने के बाद ही अंदर प्रवेश मिलता है। संक्रमण न फैले इसलिए कर्मचारी मास्क और दस्ताने पहनकर ही वनप्राणियों के बाडे में प्रवेश करते है और खाना देते हैं।

बाघ को कोरोना वायरस संक्रमण की खबर के बाद वनजीवों की निगरानी और बढ़ा दी है। हर वनजीव के पिंजरें को सेनेटाइज किया जा रहा है, उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखें हुए है। सिर्फ कुछ कर्मचारियों को ही वनजीवों पास जाने दिया जा रहा है। फिलहाल सभी वनजीव स्वस्थ है।
उपेन्द्र यादव, पशु चिकित्सक

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