काल्पी ब्रिज स्थित गोवर्धन राठौर भवन का निर्माण करा रहे हैं। 2017 में उन्होंने भवन की परमिशन ली थी। निर्माण के समय उन्होंने जो निर्धारित एमएओस छोडऩा था उस पर भी निर्माण करा दिया। जिसके चलते नगर निगम ने पहले 24 घंटे और उसके बाद 6 घंटे का नोटिस दिया। नोटिस के बावजूद जब अवैध निर्माण नहीं हटाया तो रविवार सुबह नगर निगम और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की। इस दौरान नगर निगम अमले ने साढ़े पांच फीट जो अवैध निर्माण था उसे हटाया। कार्रवाई के दौरान एसडीएम रिंकेश वैश्य, जेडओ राजीव पांडे, मदाखलत अधिकारी महेन्द्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
दूसरे दिन भी चली कार्रवाई
नगर निगम द्वारा पड़ाव स्थित विनोद सेठ पर दूसरे दिन भी कार्रवाई की। बिना परमिशन बनाई गई एक मंजिल को तोडऩे का कार्य दिनभर चला। हालांकि अभी भी यह पूरा नहीं हो पाया है। निगम अधिकारियों के अनुसार यह आगे भी जारी रहेगी।
आज जारी किए जाएंगे नोटिस ,माफिया के खिलाफ आगे आए लोग, दो दिन में 110 शिकायतें
माफिया के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में आमजन भी आगे आ रहे हैं। एंटी माफिया सेल के अधिकारियों के वाट्सऐप और ईमेल पर दो दिन में 110 लोगों ने शिकायतें की हैं। इनमें ज्यादातर शिकायतें शासकीय भूमि पर अतिक्रमण की हैं। इसके लिए अलावा बुनियादी सुविधाओं की मांग, पड़ोसियों द्वारा परेशान किए जाने की भी शिकायतें हैं। अधिकारी, कर्मचारियों की टीम इनका सत्यापन करने में जुटी है। सोमवार को इनकी छंटनी कर नोटिस जारी किए जाएंगे।
11 प्रकार के अवैध काम करने वालों पर नकेल कसने के लिए बनी एंटी माफिया सेल सबसे ज्यादा भू माफिया पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। अन्य शिकायतों को संबंधित विभागों के पास कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। शनिवार को सेल के पास 40 शिकायतें पहुंची थीं, रविवार दोपहर तक इनकी संख्या 80 हो गई और रात तक आंकड़ा 110 पर पहुंच गया।
जारी है छंटनी
यहां से बैरंग लौटे अधिकारी
शहर में अतिक्रमण के विरुद्ध शुरू हुए अभियान के दौरान नगर निगम आयुक्त द्वारा झांसी रोड पर साइंस कॉलेज की बाउंड्री लगी दुकानों को तोडऩे के निर्देश दिए थे। इस कार्रवाई के लिए निगम का अमला दोपहर में पहुंचा और कार्रवाई शुरू की। इस दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम अनिल बनवारिया और तहसीलदार शिवानी पांडेय भी मौके पर पहुंचे थे। शुरुआत होते ही महलगांव निवासी दिलीप शर्मा, महेन्द्र शर्मा और गिर्राज शर्मा वहां पहुंच गए और कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान तहसीलदार से जमीन पर दावा करने वालों से बहस भी हुई। बाद में उन्होंने जमीन से संबंधित कोर्ट के दस्तावेज दिखाए तो अधिकारियों ने चुप्पी साध ली।
जब पूरी टीम वापस जा रही थी तो कुछ कर्मचारी बिना पूरी जानकारी हासिल किए और दस्तावेजी कार्रवाई पूरी किए बगैर कार्रवाई के लिए भेजने पर निगमायुक्त को कोसते दिखे। अधिकारियोंं को दस्तावेज दिखाते हुए दिलीप शर्मा ने यह भी बताया कि पूर्व में तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने भी अतिक्रमण मानकर हटाने के निर्देश दिए थे लेकिन उस समय भी जमीन से संबंधित दस्तावेज दिखाने पर सरकारी अमला वापस लौट गया था।
पांच घंटे लगा जाम, एसडीएम ने खुलवाया
कार्रवाई सुबह लगभग 11 बजे शुरू हुई। इस दौरान पुलिस ने काल्पी ब्रिज पर गोला का मंदिर से मुरार की ओर जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया। जिससे यहां स्थिति बिगड़ गई और हालात यह हो गए कि गोला का मंदिर थाने से आगे तक जाम लग गया, जबकि निगम द्वारा तोडफ़ोड़ की जो कार्रवाई की जा रही थी वह सड$़क से काफी अंदर थी। एसडीएम जयति सिंह भी जाम में फंस गईं। काफी दूर तक उन्हें पैदल ही मौके पर पहुंचना पड़ा। इस दौरान उन्होंने पुलिस अफसरों को फटकारा और खुद वहां खड़े होकर जाम खुलवाया और बंद रास्ते को चालू करवाया। हालांकि दिन में कुछ देर जाम से राहत मिली।