केन्द्रों पर वैक्सीन शार्ट , बिना टीका लगवाए ही लौटने को मजबूर ग्रामीण
भिंड. एक ओर कोरोना का संकट और दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन का संकट लोगों की परेशानी का कारण बन रहा है। जिले के कई सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन का सेशन ही संचालित नहीं किया जा रहा है। वैक्सीन की कमी के कारण प्रबंधन ये कर रहा है। वहीं इसका खामियाजा अस्पताल में कोविड का टीका लगवाने के लिए आने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है।
केन्द्रों पर वैक्सीन शार्ट , बिना टीका लगवाए ही लौटने को मजबूर ग्रामीण
सरकारी अस्पताल में कुछ स्थानों पर टीके का सेशन ही नहीं रखा था वहां भी डॉक्टर टीका लगने की बात कह रहे हैं। इससे स्वास्थ्य महकमा कितना सतर्क है इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। यह स्थिति मिहोना के सरकारी अस्पताल की है। जिला स्वास्थ्य प्रबंधन की ओर से मिहोना में टीके का सेशन ही नहीं चलाया गया लेकिन वहां पदस्थ डॉ. विकास कौरव टीके का सेशन होने की बात कह रहे हैं।
दस केंद्रों पर लगे टीके
जिले में कोविड का टीका लगाने के लिए दस केंद्रों पर टीके का सेशन चलाया गया। इसमें सरकारी स्कूल नंबर दो भिंड, पुलिस लाइन भिंड, मेहगांव, फूप, लहार और अटेर में लोगों को कोविड के टीके लगाए गए। हालांकि अभी 45 साल से अधिक आयु के लोगों का टीकाकारण किया जा रहा है।
दूर दराज के गांव से आकर लौटे ग्रामीण
कोविड का टीका लगवाने के लिए दूर दराज के गांव से आने वाले लोगों को अधिक परेशानी हो रही है। जानकारी नहीं हेाने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। वहीं किसानों को अपना काम छोड़कर अस्पताल आना पड़ रहा है और वहां पर टीकाकरण नहीं किया जा रहा है।
कोविन एप में पंजीयन में परेशानी: 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोविड का टीका लगवाने के लिए कोविन एप के माध्यम से पंजीयन का काम किया गया था। अब वह पंजीयन भी बंद कर दिया है। लोगों को परेशानी हो रही है। जो लोग स्मार्ट फोन नहीं चलाते हैं उनको अपना पंजीयन करने में परेशानी हो रही है।
Home / Gwalior / केन्द्रों पर वैक्सीन शार्ट , बिना टीका लगवाए ही लौटने को मजबूर ग्रामीण