आयुष मंत्रालय के अंडर सेके्रटरी कुंदन बी.सिन्हा ने आदेश में कहा है कि सत्र 2016-17 और 2017-18 की मान्यता इन कॉलेजों को नहीं है, इनमें छात्रों के प्रवेश पूरी तरह अवैध हैं। इन छात्रों की डिग्री का पंजीयन नहीं किया जाएगा। मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलसचिव को भी आदेश की प्रति भेजी है, ताकि इन छात्रों की परीक्षा नहीं कराई जाए।
उधर वसुन्धरा राजे होम्योपैथिक चिकित्सा कॉलेज प्रबंधन की मनमानी और अनियमितताओं के विरुद्ध स्टाफ लामबंद हो गया है। अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के बैनर तले आज-कल में हड़ताल शुरू हो सकती है।
शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के बैनर तले आंदोलन का निर्णय को गलत है। निलंबित शिक्षक डॉ.एसएस चौहान के खिलाफ कलक्टर व एसपी को कॉलेज प्रबंधन की ओर से एक पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। हमने नियमानुसार ही छात्रों को प्रवेश दिया था और परीक्षा करा रहे हैं।
डॉ.दिलीप कुमार शर्मा, प्रभारी प्राचार्य वसुन्धरा राजे होम्योपैथिक चिकित्सा कॉलेज