इसके अलावा टाइफाइड व पीलिया रोगियों की संख्या अलग है। अधिकतम तापमान लगातार 40 डिग्री के ऊपर चल रहा है। गर्मी जैसे-जैसे अपना रंग दिखा रही है वैसे-वैसे लोगों में बुखार और डायरिया की शिकायतें बढऩे लगी है। जिला चिकित्सालय में रोजाना औसतन १५० और जेएएच में औसतन ३०० मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो गर्मी बढऩे पर मरीजों की संख्या में और इजाफा हो सकता है।
अधिकांश लोग उल्टी-दस्त, तेज बुखार, पीलिया, टाइफाइड, खांसी से पीडि़त है। इपिस टेक्सिस (नाक से खून बहना) के भी कुछ मामले आए हैं। आंखों में जलन, चुभन, लालपन, सूखापन व सिरदर्द की परेशानी बढ़ गई है।ज् नर्सिंग स्टाफ से झगड़े मरीज के परिजन ग्वालियर. जिला अस्पताल मुरार में बीती रात मरीज की महिला अटेंडेंट मेडिसिन वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्स से झगड़ गई। विवाद मारपीट तक जा पहुंचा। एेसे में नर्सिंग स्टाफ ने मदद के लिए पुलिस को बुला लिया। पुलिस विवाद करने वाले परिजन को थाने ले गई। नर्सिंग स्टाफ ने उनके साथ किए गए अभद्र व्यवहार की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है।
फैक्ट फाइल |
65 फीसदी मरीज वायरल फीवर |
20 फीसदी उल्टी-दस्त |
10 फीसदी मरीज टाइफाइड |
05 फीसदी मरीजों को पीलिया |
जानकारी के मुताबिक मरीज रामूलाल मेडिसिन वार्ड में भर्ती था। नर्स रोशनी चौरसिया जब मरीजों को इंजेक्शन लगाने पहुंची उस वक्त रामूलाल पलंग पर नहीं था। इस कारण नर्स उसे इंजेक्शन लगाए बिना चली गई। जब मरीज पलंग पर आया, तो महिला अटेंडेंट नर्स रोशनी को बुलाने पहुंची, उसने थोड़ी देर रूकने को कहा, तो अटेंडेंट विवाद करने लगी। विवाद की सूचना लगने पर मुरार पुलिस मौके पर पहुंची, तब मामला शांत हो सका।
नर्सिंग स्टाफ ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। इनका रखें ध्यान धूप से आने के बाद कुछ देर रुककर पानी पीएं। यदि आप एसी कार या कमरे से बाहर निकल रहे हैं तो सीधे धूप में न जाए कुछ देर रुककर जाएं। ताकि शरीर का तापमान बना रहे। तली-गली चीजों से परहेज करें। ताजा बने भोजन का ही सेवन करें।