इसके साथ ही सूखी पड़ी लिंक नहर में तेजी से पानी बहने लगा। इसके बाद महापौर एवं निगमायुक्त विनोद शर्मा ने कहा कि सरकार तिघरा में पानी पहुंचाने का काम कर रही है, लेकिन शहर में पानी की बर्बादी को केवल शहर के लोग ही रोक सकते हैं तभी जल संकट को टाला जा सकता है। अगर लोग पानी की बर्बादी करेंगे या बर्बाद होता देखते रहेंगे तो कभी भी पानी की पूर्ति के प्रयास सफल नहीं होंगे। इसके लिए जरूरी है कि लोग ऐसे लोगों को भी रोके जो पानी की बर्बादी कर रहे हैं। इस दौरान जल संसाधन विभाग के मुख्यअभियंता एनपी कोरी, कार्यपालन यंत्री एके सिंघल, नगर निगम के अधीक्षण यंत्री आरएलएस मौर्य, कार्यपालन यंत्री आरएन करईया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
300 एमसीएफटी पानी पंप करने का दावा
13 नवंबर को ककेटो से पहसारी के लिए पानी को पंप करने का काम शुरू हुआ था। इस दौरान करीब 25 एमसीएफटी पानी को प्रतिदिन पंप करने की बात कही गई थी, लेकिन बुधवार को जल संसाधन विभाग के मुख्यअभियंता एनपी कोरी ने बताया कि ककेटो से पहसारी से करीब 300 एमसीएफटी पानी छोड़ा गया है। इसमें से करीब २५० एमसीएफटी पानी ही पहसारी पहुंचा है, जबकि उक्त दावे के तहत 23 दिन में 25 एमसीएफटी के हिसाब से ५७५ एमसीएफटी पानी पंप किया जाना था। बहरहाल उक्त पंपिंग के दौरान 50 एमसीएफटी पानी लीकेज सीपेज में बर्बाद हो चुका है।
50 किलोमीटर का सफर
पानी 50 किलोमीटर का सफर तय करके तिघरा पहुंचेगा। हम पानी की बचत के लिए लगातार शहर में अभियान चलवा रहे हैं। अब शहर के लोगों की भी जिम्मदारी है कि वह खुद पानी बचाएं और पानी की बर्बादी करने वालों को रोकें तभी शहर को जल संकट से बचाया जा सकता है।
विनोद शर्मा, आयुक्त नगर निगम
छोड़ दिया है पानी
पहसारी बांध भर जाने पर यह पानी छोड़ा गया है जो ग्रेवटी से तिघरा तक पहुंचेगा। लीकेज सीपेज को कम से कम हो इसके लिए अफसर पानी की निगरानी कर रहे हैं। अब जरूरी है कि शहर के सभी लोग पानी के लिए जागरुक हों और उसकी बचत करें तभी हम जल संकट से शहर को बचा पाएंगे।
विवेक शेजवलकर, महापौर