scriptहम कथा सुनाते सकल गुणगान की… | We tell the story of gross praise ... | Patrika News
ग्वालियर

हम कथा सुनाते सकल गुणगान की…

– मेला रंगमंच पर सामूहिक गीतों की हुई प्रस्तुति

ग्वालियरJan 13, 2020 / 11:48 pm

Narendra Kuiya

हम कथा सुनाते सकल गुणगान की...

हम कथा सुनाते सकल गुणगान की…

ग्वालियर. लवकुश की रामायण की कथा, भजन, राजस्थानी लोक गीत के साथ व्यापार मेला के कला मंदिर रंगमंच पर सोमवार रात राष्ट्रीय बाल संस्कार मंडल ग्वालियर के गायकों ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद शास्त्रीय संगीत में राग यमन में तराना पेश किया गया। तदुपरांत लवकुश की रामायण कथा को हम कथा सुनाते सकल गुणगान की… को गीत के रूप में प्रस्तुत किया गया। इस कड़ी में सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया…. भजन प्रस्तुत किया।
इसके बाद राजस्थानी लोकगीत लुकछुप न पाओ जी… बहुत मनोहारी ढंग से पेश किया गया। साथ ही कृष्ण के भजन ओ कान्हा अब तो मुरली की धुन सुनाओ… की शानदार प्रस्तुति दी गई। सामूहिक गीतों के बाद शिखा सोनी की टीम के बच्चों ने लोक नृत्य परवर दिगार…की प्रस्तुति दी। ये प्रस्तुतियां डॉ. रूपाली गोखले के निर्देशन में धीर, आकाश माहौर, आकाश राठी, राजा जाटव, राहुल शाक्य, पूजा श्रीवास्तव, भूमि जैन, कीर्ति पवार, प्रदीप आदि ने दीं। तबले पर राष्ट्रपति से सम्मानित प्रो.श्रीपाद मंथनकर, ढोलक पर पवन शर्मा, ऑर्गन पर अंकित उपाध्याय थे। संचालन अनूप तोमर ने किया।
ये भी रहे मौजूद
आरंभ में व्यापार मेला प्राधिकरण के सचिव मजहर हाशमी, मेला संचालक व सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक नवीन परांडे, संचालकद्वय मेहबूब भाई चेनवाले व सुधीर मंडेलिया, कवि अमित चितवन आदि ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया और पुष्पहार पहनाकर कलाकारों का स्वागत किया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो