रेलवे स्टेशन पर प्री-पेड बूथ शुरू करने में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इसे जिस कंपनी ने यहां पर शुरू किया था, वह अभी तक सभी ऑटो चालकों का डाटा एकत्रित नहीं कर पाई है। इसके चलते यह सेवा शुरू नहीं हो पा रही है। इसी कंपनी को अपना ऐप डायनलोड करके चलाना था।
प्रीपेड बूथ शुरू करने के लिए जिस कंपनी को इसका काम दिया गया था, उसने कई ऑटो चालकों का डाटा तैयार किया है। लेकिन एक साल पहले इसके उद्घाटन के बाद ही चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण कार्य होने से प्रीपेड बूथ पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके चलते यह अभी तक शुरू ही नहीं हो पाया है।
रेलवे स्टेशन से दिन और रात में लगभग 250 ऑटो आते-जाते हैं। लेकिन शुरू में ही लगभग 60 ऑटो चालकों का रजिस्ट्रेशन हुआ था। उसके बाद ऑटो चालकों का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण यह सुविधा यात्रियों को नहीं मिल पा रही है। इसे जल्द शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं।
स्टेशन पर ऑटो चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं, यह बात सही है, लेकिन यह सब प्रीपेड बूथ शुरू होने के बाद खत्म हो जाएगा। अभी ऑटो चालक यात्रियों के साथ मोल भाव कर छोड़ आते हैं, लेकिन प्रीपेड बूथ शुरू होने पर किराया भी निर्धारित हो जाएगा। इसके लिए फिर से प्रयास किए जाएंगे।