पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि निरावली निवासी रामनिवास रावत ने २८ मई को रिठौरा थाने आकर सूचना दी थी कि उसके भाई गौरीशंकर का कंकाल मलखानपुरा के पास सुरभि पॉल्ट्रीफार्म के पीछे पड़ा हुआ है। कंकाल के पास ही उसके कपड़े व जूते भी पड़े हैं। इस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की पड़ताल शुरू की। रिठौरा थाना प्रभारी राजकुमार चाहर की टीम ने पूछताछ की तो पता चला कि गौरीशंकर को अंतिम बार 18 मई को ऑफिसर पुत्र सिकंदर गुर्जर निवासी बड़वारी तथा धर्मवीर पुत्र कल्याण सिंह गुर्जर निवासी बस्तपुर के साथ मोटरसाइकिल पर देखा गया था।
लिहाजा दोनों संदेही आरोपियों को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे गोला का मंदिर ग्वालियर पर किसी वाहन का इंतजार कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि ऑफिसर गुर्जर के गौरीशंकर की पत्नी सुशीला रावत से नाजायज संबंध थे। इसलिए सुशीला ने ही उसकी हत्या कराई है। ऑफिसर गुर्जर ने पुलिस को बताया कि सुनीता ने अपने पति गौरीशंकर को उनके साथ यह कहकर भेजा कि मलखानपुरा के पास जोगी बाबा के मंदिर से उसके लिए दवाई लानी है। १८ मई को ऑफिसर गुर्जर व धर्मवीर गुर्जर, गौरीशंकर को अपने साथ बाइक पर बिठाकर गोले का मंदिर ग्वालियर ले गए। लौटते वक्त मलखानपुरा के पास उन्होंने गौरीशंकर को नीचे उतारा और साफी से गला घोंटकर हत्या कर दी।
ऑफिसर ने सुशीला से जेवर व नकदी भी ऐंठी
अपनी प्रेमिका सुशीला से ऑफिसर गुर्जर ने नकदी व जेवर भी ऐंठे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हत्या की प्लानिंग को अंजाम देने के लिए सुशीला ने सोने का हार, झुमकी तथा ५० हजार रुपए नकद ऑफिसर को दिए थे। ऑफिसर को यह लालच भी था कि गौरीशंकर के मरने के बाद उसकी हाइवे किनारे वाली डेढ़-पौने दो बीघा जमीन उसे मिल जाएगी।
मारने के लिए पहले करंट भी लगाया था पत्नी ने
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि गौरीशंकर की पत्नी सुशीला ने पहले भी उसे मारने की कोशिश की थी। इसके लिए उसने एक बार गौरीशंकर को करंट लगाया तो एक बार खाने में छिपकली डाल दी, लेकिन वह कामयाब नहीं हुई।
धर्मवीर ने दो लाख के लालच में दिया साथ
गौरीशंकर की हत्या के लिए धर्मवीर गुर्जर ने ऑफिसर गुर्जर का साथ दो लाख रुपए के लालच में दिया। असल में उसकी माली हालत खराब है। ऑफिसर गुर्जर ने उसे लालच दिया था कि यदि वह हत्या की योजना में शामिल हो जाए तो उसे दो लाख रुपए मिलेंगे। हालांकि हत्या के बाद उसे सिर्फ 10 हजार रुपए ही मिले।