अवैध संबंध बनाने का दिया प्रपोजल मना किया तो कर डाला रेप, बात तक खुली जब नाबालिग हुई प्रेग्नेंट
अनवर का कहना है उसने खाता ही नहीं खुलवाया। लेकिन बैंक जाकर आवेदन फॉर्म देखकर वह दंग रह गया। उसमें उसका नाम-पता फोटो के अलावा उसके जैसे हस्ताक्षर भी थे। खुद को ठगा समझकर अनवर मंगलवार को एसपी के पास जाकर न्याय की गुहार लगाई। सिंकदर कंपू निवासी अनवर ने बताया 1996 से 2010 तक वह हरीशंकरपुरम में सांधी डिस्ट्रीब्यूटर के यहां काम करता था। उसे प्रतिमाह 4 हजार रुपए मिलते थे।
नाबालिग को अगवा कर 16 हजार में बेचा,ढ़ाई साल तक होता रहा रेप जब घर लौटी तो मां बन चुकी थी
वह इतनी बड़ी रकम कैसे जमा कर सकता है। उसका कहना है किसी ने उसके साथ फ्रॉड किया है। उसके नाम से बैंक में खाता खुलवाकर पैसों का लेन देन किया। अनवर के नाम से २००७ में खाता खुला था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बैंक ने कहा रिकॉर्ड नहीं
अनवर का कहना है उन्होंने बैंक से रिकॉर्ड दिखाने को कहा तो उनका कहना था ५ साल पुराना रिकॉर्ड नहीं रखते। एटीएम में जो कैमरे लगे होते है। उसके फुटेज चेक करने को कहा तो पता चला ६ महीने पुराना रिकॉर्ड नहीं होता।
प्रदेश के कई शहरों से जमा हुई रकम
अनवर ने बताया ग्वालियर, उज्जैन, मुरैना, भिण्ड, शिवपुरी, गुना, दतिया, सतना, टीकमगढ़, डबरा सहित प्रदेश के कई शहरों से खाते में रकम जमा हुई। जबकि हर बार रकम एटीएम कार्ड का उपयोग कर निकाली गई। अधिकांश रकम चेतकपुरी स्थित एटीएम से निकली है।