इस दौरान पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई। धारा 144 लागू होने के बावजूद जिला अदालत परिसर में भारी संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक ने जिला न्यायालय में भारी तादाद में मौजूद समर्थकों पर बल प्रयोग किया। भीड़ को जिला न्यायालय परिसर से भगाया गया।
क्या है मामला 22 साल पहले 26 जनवरी को रमजान की मुबारकबाद देने विधायक अशोक चंदेलनसीम बंदूक वाले के घर गए थे। सड़क पर विधायक व अन्य के वाहन खड़े थे। इस बीच राकेश शुक्ला अपने भतीजे के जन्मदिन का सामान लेकर जा रहे थे लेकिन सड़क पर लगे वाहन को हटाने को लेकर दोनों में विवाद हो गया। विवाद में फायरिंग की गई जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
इन लोगों को बताया आरोपी विधायक अशोक चंदेल के अलावा रघुवीर सिंह, आशुतोष सिंह, उत्तम सिंह, प्रदीप सिंह, झंडू सिंह, साहब सिंह, भान सिंह, रक्कू, श्याम सिंह और नसीम हैं। इसमें से झंडू सिंह की बीमारी के चलते मौत हो गई। वहीं आरोपी रक्कू जिला कारगार में उम्रकैद की सजा काट रहा है। सभी आरोपियों के खिलाफ एडीजे शमशुल हक ने वारंट जारी किया है। 13 मई तक एसपी को दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया गया है।