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हमीरपुर

दर्द से तड़प रहे थे घायल, पर पुलिस एबुलेंस में ठूस-ठूस कर भर रही थी घायलों को

एक बस खड़े ट्रक में जा घुसी, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

हमीरपुरDec 16, 2017 / 05:34 pm

shatrughan gupta

accident

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हमीरपुर. हमीरपुर से होकर गुजरने वाला नेशनल हाईवे 86, जो कानपुर से सागर की और जाता है। वह आज कल खूनी हाईवे के नाम से चर्चित होता जा रहा है। इस हाईवे पर कोई दिन ऐसा नहीं जाता, जिस दिन इस पर हादसा न हो। शनिवार को भी एक बस खड़े ट्रक में जा घुसी, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना भरुआ सुमेरपुर थाना क्षेत्र के कुढौरा गांव में हुई।
तीन एबुलेंस में लादकर ले गए घायलों को

जानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे 86 पर बांदा डिपो की बस सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में जा घुसी। यह बस जब ट्रक से टकराई उस समय बस सवारियों से खचाखच भरी हुई थी। घटना के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने घायलों को तुरंत बस से निकाला और पुलिस को सूचना दी। इस हादसे में दो दर्जन से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अफरा-तफरी और एक साथ तीन-तीन एम्बुलेंस में घायलों को लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। कम चोट वालों को प्राथमिक उपचार देकर छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि कई यात्रियों की हालत गंभीर है, जिन्हें कानपुर रेफर किया जा सकता है।
अधिवक्ता संघ कई दिनों से दे रहा धरना

जब से यह नेशनल हाईवे बना है, तब से ही इस हाईवे पर एक ना एक हादसे हो रहे हैं। हर दिन कोई ना कोई हादसा होता है। हर रोज हो रहे हादसों की वजह हाईवे पर डिवाइडर का न होना है, जिसकी मांग लोग समय-समय पर करते रहते हं, लेकिन आज तक जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहंी दिया। अगर अभी भी इस पर जिला प्रशासन नहीं जागा तो पता नही कितने और लोग अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे। वहीं, हाईवे पर डिबाइडर लगवाने की मांग को लेकर अधिवक्ता संघ के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता निरन्तर तीन दिनों से कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गोल चबूतरे पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन कुछ कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
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