देखा जाये तो क्षेत्र में ही नहीं बुन्दलेखण्ड में राजनीति के पहिये धुरी एक नाम पर आकर टिकती है और वह नाम है पूर्व सांसद राजनारायण बुधौलिया उर्फ रज्जू महाराज। हमीरपुर के पूर्व सांसद और महोबा के विधायक रहे बुधौलिया का नाम जिले की राजनीति में ही नहीं बुन्देलखण्ड की राजनीति में उलट फेर करने के लिए माना जाता है इसकी बजह है क्षेत्र में बड़ी संख्या में उनके निजी समर्थक और अपने कार्यकाल में उनके द्वारा कराये गये विकास कार्य। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र में अटकलों का बाजार गर्म था। अपने-अपने समर्थकों के बीच राजनैतिक दांव पेंच की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी लेकिन इसके बाद भी राजनैतिक कद्दावरों की निगाहें बुधौलिया की तरफ टिकी थी।
अपने पिता एवं कस्बे के पूर्व चैयरमैन पं.गनेशीलाल बुधौलिया से बिरासत में मिली राजनीति की शुरुआत राजनारायण बुधौलिया ने निर्दलीय चुनाव लड़कर की थी। इसके बाद उनका राजनैतिक सफर चलता रहा और हमीरपुर के सांसद रहने के बाद वह महोबा के विधायक रहे। इसके बाद हाल ही में उनके अनुज श्रीनिवास बुधौलिया ने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव निर्दलीय जीतकर कस्बे के चैयरमैन बने। माना जाता है क्षेत्र में राजनीति की कोई भी बात बुधौलिया के नाम के बगैर पूरी नहीं होती। आज अपने अनुज एवं पालिका परिषद के चैयरमैन श्रीनिवास बुधौलिया, पूर्व सभासद सुरेश कुमार खेबरिया तथा अपने भारी समर्थकों के साथ राजनारायण बुधौलिया ने भारतीय जनता पार्टी का केसरिया झंड़ा थाम लिया।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते ही क्षेत्र की राजनीति में भारी उथल पुथल मच गई और राजनीति को लेकर अब तक लगाये जा रहे सारे गणित धरे के धरे रह गये। इधर रज्जू महाराज द्वारा भाजपा का केसरिया थामते ही क्षेत्र के भाजपाईयों में हर्ष की लहर दौड़ गई तो उधर बुधौलिया के निजी भारी समर्थकों के चेहरे भी खिल उठे। भारी संख्या में लोग बुधौलिया के आवास पर उन्हें बधाई देने पहुंचने लगे और बधाई देने वालों तांता लग गया। लोगों का मानना है कि बुधौलिया के भाजपा में आने से हमीरपुर-महोबा-तिंदबारी सहित बुन्देलखण्ड में अन्य दूसरे क्षेत्रों की राजनीति भी प्रभावित होगी।