पूर्व निर्धारित रुट चार्ट से ना निकल कर दूसरे रास्ते से कंस जुलूस निकालने पर अड़े मेला कमेटी के लोगों ने पुलिस पर जबरदस्त पथराव कर हिंसा फैला दी थी। जवाब में इस हिंसक भीड़ को तितर बितर करने के लिये पुलिस ने भी लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े थे तब जा कर उग्र भीड़ भागी थी। इसके बाद पूरे मौदहा नगर को छावनी में दब्दील कर चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गयी थी। पूरे नागर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात दिखाई पड़ रहे हैं। कंस मेला की उग्र भीड़ के पथराव में ASP लाल साहब यादव सहित सात पुलिस कर्मी घायल हुए वही कुछ पथराव कर रहे लोग भी घायल हुए हैं। कई पुलिस और प्रशासन के वाहन भी छतिग्रस्त हुए हैं। इस पूरे मामले में पुलिस ने मौके से हिंसा करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार कर के अन्य लोगों को चिन्हित करते हुए 25 लोग नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस पर पथराव फिर लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद भीड़ तो घरों में घुस गई थी पर अभी भी तनाव पूर्ण शांति बनी हुई है। उधर जिला अस्पताल में भर्ती पुलिस कर्मियों का इलाज चल रहा है। सीएमओ ने बताया कि घायलों की क्या स्थिति है। उग्र भीड़ के हमले में घायल हुए अपर पुलिस अधीक्षक लाल साहब यादव ने भी कल घटी घटना को विस्तार से बताया।
जानिये क्या कहा घायल ASP ने- जुलूस को गलत रास्ते से ले जाने से पुलिस के रोकने को लेकर हिंसक हुई भीड़ में साम्प्रदायिक रुख लेने की कोशिश को नाकाम कर दिया। जिससे बड़ी आबादी वाला कस्बा मौदहा हिंसा की आग में जलने से बच गया है रात बीत जाने के बाद सुबह क्या हालात होंगे इस पर पुलिस और प्रशासन की पैनी निगाह बनी हुई है।