दरअसल, अन्य राज्य, अन्य जिले या फिर विदेश से आने पर लोगों को 14 दिन के के लिए होम क्वारंटाइन में रखा जाता है। जबकि तीन जमात में एक जमात 18 फरवरी को हनुमानगढ़ आई थी। यह दस सदस्य महाराष्ट्र के सांगली के निवासी हैं। जो कि हनुमानगढ़ टाउन रूके हुए हैं। इन्हें 25 मार्च को हनुमानगढ़ से जाना था। लेकिन लॉक डाउन के कारण यहीं रूके हुए हैं। इसी तरह हनुमानगढ़ के समीप गांव रोड़वाली में 14 सदस्यों की एक जमात सात मार्च को हनुमानगढ़ आई थी। इन्हें 14 अप्रेल तक हनुमानगढ़ में रहना है। इस जमात में 14 सदस्य हैं जोकि सीकर जिले के रहने वाले हैं। इसी तरह दस सदस्यी जमात 21 मार्च को हनुमानगढ़ आई थी। जो कि 13 अप्रेल तक यहां रूकेगी। फिलहाल टाउन की रूपनगर स्थित मस्जिद में रूके हुए हैं। ये लोग भी अधिकांश सीकर जिले के निवासी हैं। इन सभी को दोबारा क्वारंटाइन में रखा गया है।
बुधवार को इन सभी का जांचा स्वास्थ्य
जिला कलक्टर की रिव्यु मीटिंग में सूचना मिली की हनुमानगढ़ में 34 सदस्यों की तीन जमात पहले से ठहरी हुई है। इसकी चलते इन सभी के स्वास्थ्य की जांच के आदेश मंगलवार देर शाम दिए गए। एसीएमएचओ पवन कुमार ने बताया कि इन सभी की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। किसी में भी कोई लक्ष्ण नहीं मिले। सभी को मस्जिद में रहने के लिए पाबंद किया जा चुका है।
छह लोगों को भी होम क्वारंटाइन
दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज से हनुमानगढ़ जिले में छह लोगों के आने की सूचना है। ये लोग टिब्बी, नोहर व भादरा तहसील के निवासी हैं। इन सभी को होम क्वारंटाइन में रखा जा चुका है। ये लोग आठ व दस मार्च को हनुमानगढ़ आने की सूचना है।