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हनुमानगढ़

603 कार्मिक के कंधों पर रहेगा फसल कटाई प्रयोग का भार

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हनुमानगढ़. बिजाई के बाद महीनों तक मेहनत करने के बाद अब किसानों को अपनी मेहनत का मोल मिलने का इंतजार है। वर्तमान में खेतों में सरसों व चना सहित अन्य फसलें पककर तैयार है।
 

हनुमानगढ़Apr 01, 2020 / 09:35 pm

Purushottam Jha

603  कार्मिक के कंधों पर रहेगा फसल कटाई प्रयोग का भार

603 कार्मिक के कंधों पर रहेगा फसल कटाई प्रयोग का भार

603 कार्मिक के कंधों पर रहेगा फसल कटाई प्रयोग का भार
-निर्धारित समय में कार्य पूरा कर ऑनलाइन रिपोर्टिंग करने के निर्देश

हनुमानगढ़. बिजाई के बाद महीनों तक मेहनत करने के बाद अब किसानों को अपनी मेहनत का मोल मिलने का इंतजार है। वर्तमान में खेतों में सरसों व चना सहित अन्य फसलें पककर तैयार है। कुछ जगह गेहूं की अगेती फसल भी पक गई है। ऐसे में किसान अब फसल कटाई कार्य में जुटने का मन बना रहे हैं। कोरोना वायरस के कारण देश में 14 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच सरकार ने फसल कटाई कार्य को अहम मानते हुए इस कार्य को समय पर करवाने को लेकर कुछ शर्तों के साथ कटाई कार्य पूर्ण करवाने की व्यवस्था लागू की है। इसमें कटाई कार्य करने वाले संबंधित किसान को अपने गांव के आसपास फसल कटाई करने के लिए जाने पर अनुमति की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस संबंध में सरकार स्तर पर किसी तरह के निर्देश लागू नहीं हुए हैं। जबकि पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसल कटाई प्रयोग करने वाले राजस्व व कृषि विभाग के कार्मिकों को जिला प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी। बिना प्रशासनिक अनुमति के कोई कर्मचारी फसल कटाई प्रयोग का कार्य नहीं कर सकेंगे। इसे लेकर जिला प्रशासन ने कार्मिकों को खेत में जाने को लेकर परमिट जारी कर दी है। इसके बाद विभागीय दल खेतों में जाकर फसल कटाई प्रयोग करने में जुट गया है। कार्य के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से जारी परमिट के अलावा संबंधित विभाग के कार्मिक अपने विभाग की ओर से जारी परिचय पत्र भी साथ रखेंगे। जिला प्रशासन की ओर से २०० कृषि पर्यवेक्षक, ३४ सहायक कृषि अधिकारी, २९५ पटवारी, ७४ गिरदावर सहित कुल ६०३ कार्मिकों की ड्यूटी पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसल कटाई प्रयोग कार्य में लगाई गई है। इन कार्मिकों के अलावा बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों के भी पास जारी किए गए हैं। फसल बीमा योजना में फसल कटाई प्रयोग करके इसकी ऑनलाइन रिपोर्टिंग करने के कारण सरकार स्तर पर रबी सीजन में फसल कटाई प्रयोग में लगे कार्मिकों के विशेष पास जारी किए गए हैं।
रबी सीजन २०२०-२१ में अबकी बार खरीद का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। अनुमान के मुताबिक इस वर्ष बारह लाख एमटी गेहूं उत्पादन होने की उम्मीद है। गत वर्ष जिले की मंडियों में ५.६७ लाख एमटी गेहूं की सरकारी खरीद की गई थी। जबकि इस बार खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर ६.१० लाख एमटी कर दिया गया है। हालांकि सरकारी खरीद को लॉक डाउन तक स्थगित कर दिया गया है। लेकिन किसान चाहें तो मंडी में जाकर प्राइवेट तौर पर फसल को बेच सकते हैं। इस बीच व्यापारियों की संस्था ने भी लॉक डाउन तक मंडियां बंद रखने का निर्णय लिया है। इस स्थिति में किसानों के सामने अब इस बात का संकट खड़ा हो गया है कि वह कटाई के बाद फसल को लेकर आखिर जाएं कहां।
इतने लक्ष्य आवंटित
कृषि अधिकारी हनुमानगढ़ बीआर बाकोलिया ने बताया कि जिले में रबी सीजन में पीएम फसल बीमा योजना के तहत गेहूं, जौ, तारामीरा, चना व सरसों की फसल को अधिसूचित किया गया है। इन फसलों की कटाई प्रयोग के लिए लक्ष्य भी आवंटित किए गए हैं। इसमें गेहूं के १२१२, सरसों के १२१२, चना के ८४०, जौ के २२४ व तारामीरा के ८० प्वाइंट पर फसल कटाई प्रयोग करने के लक्ष्य दिए गए हैं। इस कटाई प्रयोग के आधार पर उत्पादन का मूल्यांकन कर किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान किया जाएगा।
…..वर्जन….
कार्मिकों के पास जारी
फसल कटाई कार्य में अपने खेत जाने के लिए किसान को अनुमति लेनी पड़ेगी या नहीं, इस बारे में कोई निर्देश नहीं मिले हैं। इस स्थिति में किसान खुद को सुरक्षित रखते हुए अपने खेत जा सकता है। लेकिन पीएम फसल बीमा योजना में फसल कटाई प्रयोग करने वाले सरकारी कार्मिकों को प्रशासन से अनुमति पत्र जारी करने के बाद ही संबंधित किसान के खेत में जाने दिया जाएगा। इसे लेकर प्रशासन व विभाग स्तर पर कार्मिकों को पास जारी कर दिए गए हैं।
दानाराम गोदारा, उप निदेशक, कृषि विस्तार हनुमानगढ़

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