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हनुमानगढ़

एक चिकित्सक के भरोसे 714 प्रसूता

 
एक चिकित्सक के भरोसे 714 प्रसूता- राज्य सरकार ने जिला अस्पताल में अभी तक नहीं लगाया गायनी
हनुमानगढ़. जिला अस्पताल की एमसीएच यूनिट में एक एमएस गायनी के भरोसे 714 प्रसूताएं हंै। गंभीर स्थिति होने के बावजूद राज्य सरकार ने अभी तक जिला अस्पताल में अन्य कोई गायनी नहीं लगाया है। हालात हैं कि अगस्त 2019 में 174 गर्भवती महिलाओं के सर्जरी की गई और 540 साधारण प्रसव किए गए। गत दिनों में इन हालात के बारे में शहर के नागरिकों ने प्रभारी मंत्री गोविंद डोटासरा को अवगत कराया था।

हनुमानगढ़Sep 17, 2019 / 11:34 am

Anurag thareja

एक चिकित्सक के भरोसे 714 प्रसूता

एक चिकित्सक के भरोसे 714 प्रसूता

एक चिकित्सक के भरोसे 714 प्रसूता
– राज्य सरकार ने जिला अस्पताल में अभी तक नहीं लगाया गायनी

हनुमानगढ़. जिला अस्पताल की एमसीएच यूनिट में एक एमएस गायनी के भरोसे 714 प्रसूताएं हंै। गंभीर स्थिति होने के बावजूद राज्य सरकार ने अभी तक जिला अस्पताल में अन्य कोई गायनी नहीं लगाया है। हालात हैं कि अगस्त 2019 में 174 गर्भवती महिलाओं के सर्जरी की गई और 540 साधारण प्रसव किए गए। गत दिनों में इन हालात के बारे में शहर के नागरिकों ने प्रभारी मंत्री गोविंद डोटासरा को अवगत कराया था। मंत्री ने पांच से सात दिन में चिकित्सकों के तबादला सूची में हनुमानगढ़ के जिला अस्पताल को एक चिकित्सक देने व उससे पहले तारानगर से भी एक अन्य एमएस गायनी को बुलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक राज्य सरकार से न तो तबादला सूची जारी की गई और न ही तारानगर से कोई चिकित्सक भेजा गया है। इसके चलते अस्पताल की एमसीएच यूनिट में हालात बिगडऩे शुरू हो गए हैं। इधर, जिला अस्पताल में एक मात्र गायनी ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिख राहत प्रदान करने का आग्रह कर चुकी है। एमएस गायनी के अनुसार लगातार छह दिन तक 24 घंटे ड्यूटी करना मुश्किल है। ऐसे में अन्य कोई व्यवस्था कर राहत प्रदान की जाए। गौरतलब है कि जिला अस्पताल की एमसीएच यूनिट में एक ही एमएस गायनी होने के कारण व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है।

18 दिन बीते, नहीं लगाया किसे
हनुमानगढ़ के कई नागरिकों ने इलाज के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाते हुए 25 अगस्त को जनसुनवाई के दौरान मंत्री रमेशचंद्र मीणा से शिकायत कर डॉ. अमरजीत को हटाने की मांग की थी। इसी दिन नोहर के लोगों ने ऑपरेशन में टालमटौल करने का आरोप लगाते हुए दूसरी शिकायत की तो स्वास्थ्य विभाग ने 29 अगस्त को तबादला कर दिया। लेकिन इसकी जगह अभी तक किसी चिकित्सक को नहीं लगाया है।
तीन चिकित्सकों का पैनल तैयार
जिला अस्पताल की एमएस गायनी के सप्ताहिक अवकाश के दिन अस्पताल प्रशासन ने तीन निजी अस्पताल के चिकित्सकों का पैनल तैयार कर रखा है। सप्ताह में एक दिन चिकित्सक की छुट्टी होने पर इन तीन निजी अस्पताल के चिकित्सकों में एक को बुलाकर सर्जरी करवाई जा रही है। शेष छह दिन एक ही चिकित्सक से सर्जरी करवाई जा रही है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार कुछ माह पूर्व निजी अस्पताल के चिकित्सकों को बुलाकर रूटीन में सर्जरी की जाती थी। लेकिन इनका भुगतान नहीं होने के कारण व्यवस्था बंद कर दी है। एक सर्जरी के लिए करीब तीन हजार रुपए का भुगतान किया जाता है।
चार की जगह एक ही एमएस
जुलाई में 180 सर्जरी व 500 से अधिक साधारण प्रसव होने पर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार न्यूनतम चार एमएस होने चाहिए। जिला अस्पताल में चार गायनिक की जगह केवल एक गायनिक है। जबकि पांच एनस्थेसिया व छह शिशुरोग विशेषज्ञ हैं। इधर पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास दो एमएस हैं। दूसरा चिकित्सक नोहर के सरकारी अस्पताल में है। श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में तीन व झुंझुनू के जिला अस्पताल में छह गायनोकोलॉजिस्ट कार्यरत हैं। लेकिन हनुमानगढ़ में एक ही चिकित्सक है।
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