बताया कि मार्केट की प्रात:कालीन सफाई के बाद कुछ लोग दुकानों की सफाई करके कचरा सडक़ों पर डालते हुए गंदगी फैला देते हैं। जिससे स्वच्छता प्रभावित होती है। सडक़ पर कचरा होने से सबकी छवि पर विपरीत प्रभाव पडऩे के साथ व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। यदि बाजार स्वच्छ होगा तो आने वालों को सफाई मिलेगी वहीं व्यापार गतिमान होगा।
इसलिए उन्होंने दुकान खोलने के बाद एकत्र होने वाले कूड़े-कचरे को डस्टबिन में डालकर कचरा संग्रहण वाहन में डालने को कहा गया। सडक़ सुरक्षा सप्ताह के तहत भी उन्होंने सडक़ों पर सामान नहीं रखने और अतिक्रमण ना कर प्रशासन का सहयोग करने की अपील भी की।
ये भी बताया कि सहयोगी रवैया नहीं मिलने पर नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 230 व 232 में दंडात्मक कार्रवाई होगी। इस रैली में कार्यालय स्टाफ, प्रतिनिधि अरविंद खन्ना, श्यामकुमार, सुभाष बिश्रोई, ज्ञानप्रकाश, सफाई जमादार प्रदीप, संतलाल, राजेंद्र, भीमराज सहित सफाई सैनिक शामिल रहे। इससे पूर्व नगरपालिका पार्क में कार्मिकों को संबोधित करते हुए ईओ देवेंद्र कौशिक ने सौम्य व्यवहार के साथ सफाई में सहयोग करने के लिए तत्पर रहने की सीख देते हुए सफाई सैनिकों के कार्य को सराहा।