पंजीयन से पहचान
जानकारी के अनुसार गांव लखूवाली के पास इंदिरा गांधी मुख्य नहर के पुल से पटरी की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते पर ग्रामीणों ने लावारिस अवस्था में कार आरजे 31 सीए 7692 देखी। हालांकि किसी ने कार चालक को नहर में कूदते नहीं देखा। चौकी प्रभारी एसआई पूर्ण सिंह ने 10 कार के नंबरों के आधार पर चालक की पहचान के प्रयास किए। कार बाबूलाल पुत्र मनफूल शर्मा निवासी धांधुसर, तहसील रावतसर के नाम से रजिस्टर्ड है। कार में दिनेश पुत्र मनफूल राम निवासी धांधुसर के बैंक खाते की पासबुक मिली। पुलिस ने लावारिस अवस्था में कार मिलने की सूचना दिनेश के परिजनों को दी। पुलिस का कहना है कि कार चालक को किसी ने नहर में गिरते नहीं देखा। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि दिनेश ने नहर में छलांग लगाई है। फिर भी नहर किनारों पर निगरानी रखी जा रही है। यह बात भी सामने आई है कि दिनेश अपनी कार से रमेश व किशोरी को किसी वाहन में चढ़ाकर आया था। इसके बाद वह कार लेकर गांव लखूवाली के पास इंदिरा गांधी नहर के किनारे आया। इस संबंध में किसी प्रकार का मामला यहां दर्ज नहीं किया गया है।
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि गांव धांधुसर निवासी रमेश पुत्र नत्थूराम श्रीगंगानगर जिले के घमूड़वाली थाना क्षेत्र के गांव बींझबायला से करीब एक सप्ताह पहले 18 अगस्त की रात नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। इस संबंध में 19 अगस्त को घमूड़वाली थाने में रमेश के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। घमूड़वाली पुलिस की पूछताछ में जानकारी मिली कि रमेश के परिवार का ही दिनेश गाड़ी किराए पर लेकर बींझबायला गया था। रमेश व दिनेश चाचा-ताऊ के बेटे हैं।