चांदनी को अपनों ने डूबोया, अब नंदिनी की सुरक्षा का सवाल
चांदनी को अपनों ने डूबोया, अब नंदिनी की सुरक्षा का सवाल- चार वर्षीय बालिका को कुंड में डूबोकर मारने का मामला- पोती की हत्या की आरोपित दादी को भेजा जेल
हनुमानगढ़. चांदनी को डूबो दिया गया। अपनों के हाथों ही उसकी सांसें थाम दी गई। जब घर का कुंड चार वर्षीय बच्ची के लिए कत्लगाह बना दिया गया हो तो उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होना लाजिमी है। दुर्गाष्टमी के दिन बुधवार को टाउन की शिव कॉलोनी में घर के कुंड में सगी दादी ने जिस चार वर्षीय बच्ची चांदनी को डूबोकर मारा था अब उसकी छह वर्षीय बड़ी बहन नंदिनी की सुरक्षा की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। पहली बार कुंड में जब बच्ची डाली गई तो उसकी चीखें सुनकर पड़ोसी बचाने आ गए। मगर घर में मौजूद कोई सदस्य उसे बचाने नहीं आया। इसके बाद दूसरी बार फिर बच्ची को कुंड में डाल दिया गया। अबकी बार चांदनी की चीखें पड़ोसी नहीं सुन सके। जब उसके डूबकर मरने का पता लगा तो मोहल्ले के लोगों ने ही हंगामा कर पुलिस को बताया कि मामला सामान्य घटना का नहीं बल्कि हत्या का है। इसके बावजूद परिजनों ने मर्ग दर्ज कराई। बाद में हत्या का मामला भी जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर ही दर्ज हुआ। इन परिस्थितियों में हत्या की आरोपित दादी सहित अन्य परिजनों की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न लग जाता है। यद्यपि पुलिस ने हत्या के आरोप में दादी को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन चांदनी की बड़ी बहन नंदिनी की सुरक्षा का सवाल अब भी कायम है। इसके बावजूद अब तक बाल कल्याण समिति हरकत में नहीं दिखी है। जबकि ऐसे हालात में उसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। वह नंदिनी के ठीक से लालन-पालन व देखभाल को लेकर परिजनों को पाबंद करे। समय-समय पर पड़ोसियों से बातचीत कर नजर रखे।
दादी को भेजा जेल
चांदनी की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपिता दादी को पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भिजवा दिया। आरोपिता अनिता (45) पत्नी अशरफी सहाय निवासी वार्ड 28 शिव कॉलोनी टाउन ने पूछताछ में हत्या करना स्वीकारा था। इसका कारण बताया कि आर्थिक तंगी तथा उसके विवाह की चिंता में यह कदम उठाया।
क्या था मामला
उल्लेखनीय है कि १७ अक्टूबर को चार वर्षीय बालिका चांदनी का शव घर में बने कुंड में मिला था। टाउन पुलिस ने मृतक बालिका के दादा की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मगर मोहल्लेवालों ने पुलिस को बताया कि चांदनी व उसकी बहन नंदिनी की माता की मौत करीब छह माह पहले हो गई थी। इस पर अनिल ने दूसरी शादी कर ली। १७ को सुबह करीब दस बजे चांदनी के चीखने की आवाज सुन पड़ोसियों ने मौके पर पहुंच उसे कुंड में डूबने से बचा लिया। मगर इसके बाद अपराह्न करीब तीन बजे चांदनी का शव कुंड में मिला। बालिका के दो बार डिग्गी में गिरने की घटना से मोहल्ले के लोगों को संदेह हुआ। उन्होंने चांदनी के परिजनों पर ही बालिका को कुंड में फेंकने का शक जताया। पुलिस ने मृतका की सौतेली मां व दादी से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि बालिका को दादी अनिता ने कुंड में फेंका था।
परिजनों को करेंगे पाबंद
इस संबंध में बाल कल्याण समिति के सदस्य देवकीनंदन चौधरी का कहना है कि शिव कॉलोनी में बच्ची को डूबोकर मारने की घटना की सूचना है। मगर उसकी छह वर्षीय बड़ी बहन भी है, इसकी जानकारी नहीं थी। निश्चित तौर पर समिति सदस्य बालिका नंदिनी के घर जाकर उनके परिजनों को पाबंद करेंगे ताकि उसकी देखभाल में कोई कोताही नहीं बरती जाए। सुरक्षा को लेकर भी समिति नजर रखेगी।
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