scriptफैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस | Check pollution levels in factories, where deficiencies were found, t | Patrika News
हनुमानगढ़

फैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस

https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
हनुमानगढ़. रीको क्षेत्र में फैक्ट्रियों से प्रवाहित हो रहे प्रदूषित पानी को लेकर जिला प्रशासन ने अब गंभीरता दिखाई है। जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कलक्टर के निर्देश पर जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने रीको क्षेत्रों में जाकर प्रदूषण मामले की जांच की। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के कनिष्ठ पर्यावरण अभियंता पामुल थलिया ने भी करीब आधा दर्जन फैक्ट्रियों में जाकर प्रदूषण के स्तर को जांचने की कार्रवाई की।
 

हनुमानगढ़Feb 26, 2020 / 09:18 pm

Purushottam Jha

फैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस

फैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस

फैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस
-निर्धारित समय में सुधार नहीं करने पर सीज करने की होगी कार्रवाई
हनुमानगढ़. रीको क्षेत्र में फैक्ट्रियों से प्रवाहित हो रहे प्रदूषित पानी को लेकर जिला प्रशासन ने अब गंभीरता दिखाई है। जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कलक्टर के निर्देश पर जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने रीको क्षेत्रों में जाकर प्रदूषण मामले की जांच की। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के कनिष्ठ पर्यावरण अभियंता पामुल थलिया ने भी करीब आधा दर्जन फैक्ट्रियों में जाकर प्रदूषण के स्तर को जांचने की कार्रवाई की।
दो दिनों तक फैक्ट्रियों को जांचने के बाद टीम ने बुधवार को इसकी रिपोर्ट भी जिला प्रशासन को सौंप दी। एसडीएम कपिल यादव ने बताया कि रीको और प्रदूषण मंडल की टीम ने हमें जांच रिपोर्ट सौंप दी है। कुछ फैक्ट्रियों में प्रदूषण का स्तर अधिक मिलने पर उनको नोटिस जारी किया जाएगा। सुधार नहीं करने पर फैक्ट्री सीज करने की कार्रवाई भी होगी।
रीको अधिकारियों का कहना है कि सहकारी स्पिनिंग मिल के पास, नहर किनारे सहित कई जगह पानी जमा हो रहा है। यह पानी किन-किन फैक्ट्रियों से निकल रहा है, इसका पता लगाने के लिए कलक्टर के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल, रीको व प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई गई थी।
हर सप्ताह होगी चर्चा
कलक्टर जाकिर हुसैन ने पर्यावरण मुद्दे को अहम मानते हुए अब रीको क्षेत्र में खुले में प्रवाहित हो रहे अपशिष्ट की रोकथाम मामले को साप्ताहिक बैठक में रखकर हर सप्ताह इसकी समीक्षा करने का निर्णय लिया है। साथ ही रीको क्षेत्र में कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट एंड सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम का निर्माण करवाने को लेकर उद्योगपतियों को सक्रिय करेंगे।
स्थाई लोक अदालत का यह आदेश
फैक्ट्रियों से प्रवाहित हो रहे अपशिष्ट मामले में स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, स्थाई लोक अदालत के सदस्य महावीर स्वामी व बलविंदर सिंह की बैंच ने सुनवाई करने के बाद गत दिनों फैसला सुनाया। प्रकरण के अनुसार न्यू सिविल लाइन वेलफेयर सोसायटी के सचिव जगराज सिंह ने स्थाई लोक अदालत में वर्ष २०१४ में परिवाद दायर किया था। इसमें बताया था कि नगरपरिषद के नालियों व फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी सिविल लाइन के आसपास की सडक़ों के पास जमा रहता है। इससे क्षेत्र का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। प्रदूषित पानी के जमा होने से पेड़ों के सूखने की समस्या भी आ गई है। पांच वर्ष से अधिक समय तक कानूनी लड़ाई लडऩे के बाद स्थाई लोक अदालत ने सिविल लाइन के लोगों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए राजस्थान राज्य औद्योगिक एवं निवेश निगम हनुमानगढ़ को यह आदेश दिया है वह अपने अधीन फैक्ट्रियों को यह निर्देश दे कि संबंधित औद्योगिक ईकाईयां छह माह के भीतर उपरोक्त नियम दो (ईई) में वर्णित संगठन सदस्य होकर ऐसे संगठन के सदस्यों के सामूहिक खर्चे से उद्योगों से निस्तारित होने वाले अपशिष्ट जल व अन्य प्रदूषण के ट्रीटमेंट के लिए कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट एंड सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम का निर्माण व संचालन करें। निर्धारित समय में इन निर्देशों का पालन नहीं करने वाली औद्योगिक ईकाईयों के खिलाफ प्रदूषण नियमों के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।

Home / Hanumangarh / फैक्ट्रियों में जाकर जांचा प्रदूषण का स्तर, जहां-जहां कमियां मिली, उन फैक्ट्री मालिकों को देंगे नोटिस

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो