पुलिस के अनुसार मुखबिर की सूचना पर टिब्बी रोड पर एसआरएम स्कूल के पास नाकाबंदी की गई। इस दौरान एक बाइक पर सवार 4 लडक़े आए। संदिग्ध लगने पर उनको रुकवाया तथा पूछताछ की। संदेह होने पर उनकी तलाशी ली तो चारों के पास कुल 790 प्रतिबंधित पारवन स्पास कैप्सूल बरामद हुए। उनकी खरीद व भंडारण आदि को लेकर वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। आरोपितों की पहचान जोगराज सिंह (32) पुत्र रामकिशन ओड निवासी नवां, इलियास खान (34) पुत्र अल्लादीन निवासी कलालों का मोहल्ला टाउन व सुभाष सुथार पुत्र चानणराम सुथार निवासी रामसरा नारायण के रूप में हुई। जबकि चौथा लडक़ा बाल अपचारी होने के कारण उसे निरुद्ध किया गया। कार्यवाही टाउन थानाप्रभारी विष्णुदत्त बिश्नोई के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रामकेश मीणा, रीडर संदीप कूकणा, महावीर, बलेन्द्र सिंह आदि ने की। गौरतलब है कि जिले में एसपी के निर्देश पर नशे के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है। पिछले साढ़े तीन माह में इस अभियान के तहत तीन दर्जन से अधिक कार्यवाही की जा चुकी है। इनमें से अधिक मामले नशीली दवा तस्करी के ही हैं। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नशीली दवा की खरीद टाउन क्षेत्र से ही की थी। रात को इसकी सप्लाई देने जा रहे थे। पुलिस आरोपितों से मुख्य सप्लायर को लेकर पूछताछ कर रही है। मामले की जांच जंक्शन थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र झाझडिय़ा को सौंपी गई है।
फिर नहीं मान रहे
जिले में एसपी अनिल कयाल के निर्देश पर नशे पर लगाम लगाने के लिए विशेष अभियान चल रहा है। नशा बिक्री की सूचना देने के लिए पुलिस ने व्हाट्सअप नम्बर 76860-34444 जारी कर रखा है। इस अभियान के तहत पुलिस धड़ाधड़ कार्यवाही अंजाम दे रही है। सबसे अधिक मामले तो नशीली दवा के ही पकड़े गए हैं। उसके बाद पोस्त व अफीम बरामदगी की कार्रवाई की गई है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले बरस पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 67 कार्यवाही की गई थी। इस वर्ष यह आंकड़ा अब तक 75 से ऊपर पहुंच गया है। इनमें से भी आधे से अधिक कार्रवाई जुलाई के बाद ही की गई है। जाहिर है कि तस्करों के खिलाफ सख्ती तो बरती जा रही है। मगर इसके बावजूद तस्कर बाज नहीं आ रहे।