माना जा रहा है कि गणेश बंसल के नेतृत्व में ही कांग्रेस प्रत्याशियों को एक साथ भेजा गया है। हालांकि कांग्रेस में कई अन्य प्रत्याशी भी खुद को सभापति के रेस में मान रहे हैं। लेकिन अभी मतगणना से पहले प्रत्याशी सामने नहीं आना चाहते, माना यह भी जा रहे है कि इसकी वजह से ही अन्य प्रत्याशियों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए जाने से इंकार कर दिया। बस को रवाना करने के दौरान पंचायत समिति प्रधान जयदेव भीड़ासरा, पीसीसी भूपेंद्र चौधरी, एडवोकेट मोहम्मद मुस्ताक जोईया, ब्लॉक अध्यक्ष इशाक खान, रेणु चौधरी आदि मौजूद रहे।
टिकट दिलाने वाले आए प्रत्याशियों को सौंपने
विधायक विनोद कुमार के निवास पर सुबह से ही कांग्रेस नेता प्रत्याशियों को छोडऩे के लिए पहुंच रहे थे। खास बात यह थी इन प्रत्याशियों को लेकर वही नेता आ रहे थे, जिन्होंने टिकट दिलाने में अहम योगदान निभाया था। इसके अलावा कई प्रत्याशी अपने साथ सैंकड़ों समर्थक लेकर भी आए थे।
सूत्रों के अनुसार भाजपा प्रत्याशियों की बैठक पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप के फार्म हाउस पर हुई थी। बैठक में इन प्रत्याशियों को कपड़ों का बैग भी लाने के लिए बोला गया था। रात नौ बजे इन प्रत्याशियों को जिले में किसी होटल के लिए रवाना किया गया। इधर, कांग्रेस का एक प्रत्याशी अन्य तीन प्रत्याशी को साथ लेकर शनिवार रात को ही गुप्त स्थान के लिए रवाना हो गया था।
निर्दलीयों ने जाने से किया इंकार
भाजपा व कांग्रेस के नेता कई जिताऊ निर्दलीय उम्मीदवारों से भी लगातार संपर्क में हैं। इन उम्मीदवारों को भी साथ लेजाने के लिए प्रयास किए गए। सूत्रों के अनुसार इनमें से अधिकांश निर्दलीय उम्मीदवारों ने मतगणना से पहले जाने से इंकार कर दिया तो कईयों ने आश्वासन देकर एक बार टाल दिया। लेकिन अभी भी इन उम्मीदवारों पर नजर रखने के लिए भाजपा व कांग्रेस ने अपने विश्वसनीय कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है।
भाजपा व कांग्रेस ने अपने-अपने स्तर पर गुप्त सर्वे
भी कराया है। इसके चलते दोनों दल बहुमत आने का दावा भी कर रहे हैं।