जिला अस्पताल की प्रथम मंजिल पर सेंटर स्थापित किया गया है। वैक्सीन लगवाने से पहले गार्ड से रजिस्ट्रशन होने का वैरीफिकेशन करवाना होगा। इसके बाद अंदर जाने की अनुमति होगी। वैक्सीनेशन कक्ष में जाते वक्त दोबारा रजिस्ट्रशन का वैरीफिकेशन किया जाएगा और कोविड एप की सूची में दर्ज नाम से भी मिलान किया जाएगा। वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद आधे घंटे के लिए वैंटिंग हॉल में बैठना होगा। इस बीच मोबाइल पर वैक्सीन लगाने से संबंधित एक मैसिज आएगा और अगले 28 दिन में दूसरी डोज लगवाने के निर्देश भी उस मैसेज में होंगे। इसी बीच किसी भी तरह की तबीयत खराब होने पर एईएफआई कक्ष में डयूटी पर तैनात चिकित्सक आपकी देखभाल करेंगे। हालांकि पहले दिन इस तरह का कोई भी मामला सामने नहीं आया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जिले में कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ हो चुका है। इसे लेकर चिकित्साकर्मियों में काफी उत्साह देखा गया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष मार्च माह से खौफ के साए में जी रहे हनुमानगढ़वासियों को कोरोना महामारी से निजात मिलेगी। इस मौके पर आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह, एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार, डॉ. गौरीशंकर अग्रवाल, डॉ. शंकर सोनी, डॉ. एसएल आसेरी, डीपीएम जितेन्द्रसिंह राठौड़, डीएनओ सुदेश जांगिड़, सीओ-आईईसी मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे।
सरकार की गाइडलाइन के अनुसान कोविड वैक्सीनेशन सप्ताह में केवल चार दिन ही आयोजित किया जायेगा। जनवरी माह में इसके लिए 16 जनवरी के बाद अब टीकाकरण के लिए 18 जनवरी, 19, 22, 23, 25, 27, 29 व 30 जनवरी को सत्र आयोजित किए जाएंगे।
फ्लैश बैक कोरोना वायरस
जिले में आठ माह में 3469 कोरोना वायरस के पॉजिटिव रोगी आए थे सामने, करीब 50 से अधिक लोगों की हो चुकी है मौत। जिले में पहले मामला 11 अप्रेल को आया था।
अप्रेल 11
मई 19
जून 36
जुलाई 147
अगस्त 257
सितंबर 737
अक्टूबर 1019
नवंबर 959
दिसंबर 275
कुल 3469
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