फसल बीमा योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए गांवों में प्रचार रथ भी निकाला जा रहा है। इस रथ में बीमा संबंधी जागरुकता को लेकर साहित्य भी उपलब्ध है। जिससे किसान फसल बीमा योजना को लेकर जागरूक हो सकें। कृषि प्रधान हनुमानगढ़ जिले में फसल बीमा योजना की अहमियत किसान खूब समझ भी रहे हैं। तभी तो बीमा को ऐच्छिक करने के बाद भी काफी संख्या में किसान बीमा करवा रहे हैं।
जिले में खूब आ रहा क्लेम
फसल बीमा में क्लेम वितरण की बात करें तो जिले में खूब क्लेम आ रहा है। हनुमानगढ़ जिले में खरीफ 2019 में 130321 बीमित कृषकों को 668.48 करोड़ रुपए का क्लेम जारी किया गया। रबी 2019-20 में 79282 बीमित कृषकों को 364.40 करोड़ रुपए व खरीफ 2020 में 172058 बीमित कृषकों को 402.44 करोड़ रुपए का फसल बीमा क्लेम राशि स्वीकृत कर फसल बीमा कम्पनी एग्रीकल्चर इश्योरेंस कम्पनी ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से वितरित किया जा चुका है। खरीफ 2018 में 101072 बीमित कृषकों को 526.97 करोड़ रुपए व रबी 2018-19 में 22617 बीमित कृषकों को 65.96 करोड़ का फसल बीमा क्लेम इफको टोकियो जनरल इश्योरेंस कंपनी लिमिटेड की ओर से स्वीकृत कर वितरित किया गया है।
हनुमानगढ़ जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में खरीफ 2021 के अंतर्गत कृषकों की ओर से दी जाने वाली प्रीमियम राशि भी निर्धारित कर दी गई है। इसमें बाजरा के लिए 342.98, कपास के लिए 1649.80, मूंगफली के लिए 2100.50, ग्वार के लिए 433.50, मूंग के लिए 771.78, मोठ के लिए 404.70, धान के लिए 1423.86, तिल के लिए 435.06 रुपए प्रति हैक्टेयर निर्धारित की गई है।