प्रत्येक क्षेत्र की जोन सीमा का परिसीमन होगा। जोनल डवलपमेंट प्लान में लागू मास्टर प्लान की भू-उपयोग योजना को अध्यारोपित कर प्रमुख भू-उपयोग यथावत रखते हुए विभिन्न स्थलों पर एवं मौका स्थिति के कारण हुए वर्तमान भू-उपयोगो व मास्टर प्लान में दर्शित भू-उपयोगों से भिन्न हो चुके भू-उपयोगों के विश्लेषण हेतु पृथक से मानचित्र भी तैयार किया जाएगा। प्रथम चरण में जोन सीमा का परिसीमन इसमें डाटासंग्रहण मास्टर प्लान के विद्यमान भू-उपयोग तथा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा जीआईएस प्लेटफॉर्म पर तैयार बेसमेप को काम में लेते हुए विस्तृत जोनल बेसमैप तैयार किया जाना है।दूसरे चरण में राजस्व नक्शे, सरकारी भूमि, भौगोलिक विशेषता, तीसरे चरण में तैयार किए गए बैसमेप का जमीनी सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद नक्शों का सत्यापन होगा और फिर सुझाव मांगे जाएंगे। अंत में जोनल प्लान का राज्य सरकार से अनुमोदन करवाया जाएगा।
इस जोनल प्लान के तहत ही भूमि की जीपीआर रिपोर्ट तैयार करने का भी प्रावधान है। जीपीआर(ग्राउंड पेनेरटी रडार) जो कि भूमि के अंदर सौ फीट की गहराई तक जानकारी ली जा सकती है। इस जीपीआर से शहर की पेयजल पाइप व विद्युत लाइन का नक्शा तैयार कर ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा। भविष्य में सड़कों के निर्माण व खुदाई के दौरान पेयजल व विद्युत लाइनों का नुकसान नहीं होगा।