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हनुमानगढ़

नसों में बस रहा नशा, पुलिस ने भी शिकंजा कसा

मादक द्रव्यों की तस्करी बढ़ी138 तक पहुंचा पुलिस कार्रवाई का आंकड़ा अधिकांश मामले मेडिकेटेड नशे के

हनुमानगढ़Feb 20, 2019 / 02:17 pm

neha soni

अदरीस खान

हनुमानगढ़। जिले के युवाओं की नसों में दवा की शक्ल में मादक पदार्थों का नसा घोला जा रहा है। वर्ष 2018 में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 138 मामलों में कार्रवाई कर भारी मात्रा में नशे की गोलियां बरामद की।
जिले के इतिहास में यह पहला मौका है जब नशे की तस्करी के इतने मामले एक ही साल में सामने आए हैं।
जानकारों के मुताबिक ये आंकड़े जाहिर कर रहे है कि क्षेत्र मेडिकेटेड नशे का जंक्शन बनता जा रहा है। यहां इस नशे की खपत बढ़ रही है, जिसका सीधा सा अर्थ है कि युवाओं में नशीली दवा का नशे के रूप में इस्तेमाल बढ़ रहा है।
बढ़ता जा रहा यह नशा : पंजाब में कई साल पहले पोस्त पर प्रतिबंध लगा तो वहां मेडिकेटेड नशे का इस्तेमाल बढ़ा। इसका असर राजस्थान में पंजाब से सटे इलाके संगरिया, टिब्बी, हनुमानगढ़ व पीलीबंगा तहसील में भी पड़ा। जब साढ़े तीन साल पहले प्रदेश में पोस्त पर प्रतिबंध लगा तो यहां भी पंजाब जैसी स्थिति पैदा हो गई। नशा पीडि़तों ने पोस्त पर प्रतिबंध का इलाज एनडीपीएस घटक की दवा में ढूंढ़ लिया।
फैक्ट फाइल
वर्ष पकड़े मामले
2016 46
2017 67
2018 138
गुणवत्ता पर जोर
नशे के खिलाफ अभियान में संख्या के साथ गुणवत्ता पर भी जोर है। सिर्फ कार्रवाई की संख्या बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि हमारा प्रयास मादक द्रव्यों की तस्करी पर प्रभावी रोक लगाना है।
कालूराम रावत, एसपी, हनुमानगढ़

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