पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि घंटाघर थाने के कांस्टेबल तरुण कुमार की सूचना पर सीआई राजेन्द्र जैन मय टीम ने घाणेराव की घाटी निवासी ललित पुत्र गोपाल सोनी के मकान पर दबिश दी, जहां सोनी से नकली सिक्कों के बारे में पूछताछ की गई तो हड़बड़ा गया। उसने चांदी के जेवर व सिक्के बनाने की जानकारी दी। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो वहां पर 11 टन वजनी एक हाइड्रोलिक मशीन लगी मिली। पास ही एक प्लास्टिक की डिब्बी में 5 रुपए के सिक्के की मशीन की डाई का एक टुकड़ा व दूसरी डिब्बी में करीब 40 सिक्के पड़े मिले। उनके एक फलक पर अशोक स्तंभ चिह्न व दूसरे पर पांच रुपए अंकित थे। पूछताछ में आरोपित कुछ नहीं बोल पाया, पुलिस ने उसे गिरफ्तार उसके विरुद्ध भारतीय मुद्रा के नकली सिक्के छापने व उन्हें बाजार में चलाने पर मामला दर्ज किया। पुलिस ने पूछताछ के आधार पर सरगना आरसी व्यास कॉलोनी भीलवाड़ा निवासी शिवलाल सोनी व घाणेराव की घाटी निवासी सौरभ जैन को नामजद किया।
READ MORE: बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: उदयपुर के नए कलेक्टर होंगे विष्णुचरण मलिक, रोहित गुप्ता का कोटा तबादला राजकोट से खरीदी 2.95 लाख में मशीन आरोपित ललित सोनी ने बताया कि प्रोपर्टी के काम के सिलसिले में वह शिवलाल सोनी के सम्पर्क में आया था। पहले दोनों ने डबोक में चांदी के जेवर का काम सीखा। पहचान बढऩे पर शिवलाल ने चांदी के सिक्कों की आड़ में पांच के नकली सिक्के बनाने का काम कर लाखों कमाने का प्रलोभन दिया। इसके लिए उन्होंने 2.95 लाख रुपए राजकोट में मशीन खरीदी। दो लाख रुपए शिवलाल ने तथा 95 हजार रुपए ललित ने लगाए।