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हनुमानगढ़ में पहली बार केन्द्रीय मूल्यांकन पद्धति से सवा माह में जांची एक लाख उत्तर पुस्तिकाएं

माशिबो, अजमेर की कक्षा दस व बारहवीं बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं घर की बजाय संग्रहण केन्द्र पर जंचवाने का कार्य पूर्ण, जिले भर के शिक्षकों ने तय ड्यूटी के हिसाब से कॉपी जांच कार्य को दिया अंजाम, कम समय में अधिक गुणवत्तापूर्ण जांच का प्रयास

हनुमानगढ़May 16, 2024 / 10:19 am

adrish khan

For the first time in Hanumangarh, one lakh answer sheets were checked through central evaluation method in a month and a quarter

For the first time in Hanumangarh, one lakh answer sheets were checked through central evaluation method in a month and a quarter

हनुमानगढ़. जिले में इस साल पहली बार लागू की गई बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं जांच की केन्द्रीय व्यवस्था के तहत कार्य पूर्ण हो गया है। टाउन के राउमावि फोर्ट स्थित उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र पर करीब सवा माह तक शिक्षकों बुलाकर उनसे करीब एक लाख कॉपी जंचवाई गई। जिले भर के शिक्षकों की विषयों के आधार पर उनकी ड्यूटी तय कर यह कार्य अंजाम दिया गया। खास बात यह कि उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के बाद संग्रहण केन्द्र पर नियुक्त कर्मचारियों ने सभी कॉपियों के अंक उसी दिन ऑनलाइन भी अपलोड किए।
शिक्षा विभाग व माशिबो, अजमेर की ओर दिया गया यह महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण होने पर सोमवार को राउमावि फोर्ट में शिक्षा अधिकारियों ने पूरी टीम का आभार जताया। डीईओ माध्यमिक मुख्यालय हंसराज जाजेवाल, डीईओ माध्यमिक मुख्यालय रणवीर शर्मा व राउमावि फोर्ट के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र कुमार ने जिले को पहली बार सौंपी गई यह जिम्मेदारी तय समय में गुणवत्तापूर्ण ढंग से निभाने पर सभी शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों का आभार जताते हुए बधाई दी। शिक्षा अधिकारियों ने कहा कि इससे बोर्ड का गुणवत्तापूर्ण परीक्षा परिणाम शीघ्रता से जारी करने में मदद मिलेगी।

यह थी टीम, दोहरा फायदा

माशिबो, अजमेर कई अन्य जिलों में पहले यह व्यवस्था प्रारंभ कर उसका सकारात्मक परिणाम देख चुका है। इसलिए हनुमानगढ़ सहित कई अन्य जिलों में भी इस बार उत्तर पुस्तिकाएं जांच की यह केन्द्रीय व्यवस्था लागू की गई है। इसमें बोर्ड कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांच के लिए शिक्षकों के घर भेजने की बजाय उनको ही कॉपी जांच के लिए निर्धारित स्थान पर बुला लिया जाता है। सफलतापूर्वक इस कार्य को अंजाम देने वालों में सुपरवाइजर संजय कुमार शर्मा प्रधानाचार्य, अतिरिक्त सुपरवाइजर चंद्रप्रकाश शर्मा उप प्रधानाचार्य, कुंदनलाल व्याख्याता, गौरीशंकर उप प्रधानाचार्य, मनीषा व्याख्याता एवं उनकी टीम के अन्य लोग शामिल रहे।

अभी दो, बढ़ेगा दायरा

जिले में केन्द्रीय कॉपी जांच व्यवस्था लागू करने के बावजूद शिक्षकों को कॉपी घर भेजकर भी जंचवाई जा रही है। मतलब कि अभी तक तो दोनों ही व्यवस्था लागू है। केन्द्रीय जांच व्यवस्था यूं ही कारगर साबित हुई तो भविष्य में इसका दायरा बढ़ाए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि केन्द्रीय कॉपी जांच व्यवस्था से दोहरा लाभ हो रहा है। एक तो शिक्षक अधिक एकाग्रता व गुणवत्तापूर्ण तरीके से कॉपी जांच पाता है। क्योंकि घर में कोई ना कोई कार्य या मिलने वाला आ जाए तो एकाग्रता भंग होती है। दूसरा लाभ यह कि कॉपी जांच में तुलनात्मक रूप से कम समय लगता है। ऐसे में शीघ्रता से कॉपी जांचे जाने के कारण बोर्ड का परिणाम जल्दी जारी करने में आसानी होती है।

शिकायतें भी समाप्त

बहुत बार ऐसी शिकायतें सुनने में आती हैं कि शिक्षक स्वयं कॉपी नहीं जांच रहे, किसी परिजन या अन्य से कॉपी जंचवाते हैं आदि। केन्द्रीय व्यवस्था में इस तरह की शिकायतें पूर्णत: समाप्त हो जाती हैं। क्योंकि शिक्षा अधिकारी की देखरेख में निर्धारित समय के भीतर शिक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांचते हैं।

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