scriptमिट्टी में बोएंगे अच्छा बीज तभी मिलेगा अच्छा उत्पादन | hanumangarh news | Patrika News
हनुमानगढ़

मिट्टी में बोएंगे अच्छा बीज तभी मिलेगा अच्छा उत्पादन

हनुमानगढ़. जिले में शनिवार सुबह कहीं-कहीं बूंदाबांदी व तेज हवा चलने के बाद गर्मी का मिजाज थोड़ा नरम पड़ा। हालांकि दोपहर बारह बजे के बाद तपिश ने शहर को झुलसा दिया।

हनुमानगढ़May 12, 2024 / 12:01 pm

Purushottam Jha

मिट्टी में बोएंगे अच्छा बीज तभी मिलेगा अच्छा उत्पादन

मिट्टी में बोएंगे अच्छा बीज तभी मिलेगा अच्छा उत्पादन

हनुमानगढ़. जिले में शनिवार सुबह कहीं-कहीं बूंदाबांदी व तेज हवा चलने के बाद गर्मी का मिजाज थोड़ा नरम पड़ा। हालांकि दोपहर बारह बजे के बाद तपिश ने शहर को झुलसा दिया। बदले मौसम की वजह से कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को आगामी दो-तीन दिन तक कपास बिजाई से बचने की सलाह दे रहे हैं। कृषि विभाग के सहायक निदेशक बीआर बाकोलिया के अनुसार जिले में अभी तक 4000 हेक्टैयर में देसी कपास तथा करीब 10 हजार हेक्टैयर में देसी नरमा की बिजाई हो चुकी है। इसी तरह करीब 20 हजार हैक्टेयर में बीटी नरमा की बिजाई हुई है। नहरी पानी का प्रबंध होने के बाद अब किसान तेजी से कपास की बिजाई में जुटे हुए हैं। अच्छा बीज होगा तभी अच्छा उत्पादन होगा। इस सोच के साथ कृषि विभाग के अधिकारी निरंतर बीज दुकानों का निरीक्षण कर रहे हैं। हालांकि नकली बीज या मूल्य से अधिक रेट पर बीज बेचने का मामला अभी तक सामने नहीं आया है।
परंतु दस्तावेज संबंधी तथा खरीद-फरोख्त संबंधी रिकॉर्ड का संधारण नहीं होने की वजह से विभाग ने सख्ती दिखाते हुए बारह दुकानों के लाइसेंस निलंबित किए हैं। करीब सवा सौ दुकानों के निरीक्षण के बाद विभागीय अधिकारियों ने 115 बीज दुकानों से नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजे हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहन है कि गत वर्ष बीटी कॉटन में गुलाबी सुंडी की वजह से बड़ा नुकसान हुआ था। इस बार बिजाई के समय ही किसानों को जागरूक कर रहे हैं। साथ ही कुछ सावधानियां बरतने की सलाह किसानों को दे रहे हैं। अगर किसान विभागीय सलाह को अपनाएंगे तो काफी हद तक कीट प्रबंधन किया जा सकता है। किसानों को बिजाई के लिए अच्छा बीज मिल सके, इसके लिए विभाग स्तर पर नियमित रूप से बीज दुकानों का निरीक्षण किया जा रहा है।
इतनी बिजाई का अनुमान
हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो गत बरसों में कपास के अच्छे रेट किसानों को मिलते रहे हैं। गत वर्ष भी कम उत्पादन के बावजूद किसानों को रेट ठीक मिला था। सलाना करीब दो लाख हेक्टैयर में कपास की बिजाई होती है। गत बरसों में हुए नुकसान के बाद इस बार बिजाई का रकबा कितना रहेगा, इसका पता तो इस महीने के अंत तक ही चल पाएगा।
…..वर्जन…..
कॉटन के बीज में किसी तरह की शिकायत मिलने पर इसकी सूचना किसान तत्काल विभाग को दे सकते हैं। हमारी टीम निरंतर दुकानों को जांचने का काम कर रही है। ताकि सभी किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध हो सके।
-योगेश कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक, कृषि विस्तार हनुमानगढ़

Hindi News/ Hanumangarh / मिट्टी में बोएंगे अच्छा बीज तभी मिलेगा अच्छा उत्पादन

ट्रेंडिंग वीडियो