चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग को हनुमानगढ़ के खुंजा व सुरेशिया इलाके में अवैध रूप से गर्भ समापन कराने का रैकेट चलाने की शिकायतें मिल रही थी। इसके आधार पर मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद सीएमएचओ डॉ. अरुण चमडिय़ा ने टीम का गठन किया। टीम में एसीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र तनेजा, डॉ. सुरेश चौधरी, पीसीपीएनडीटी सैल जयपुर से एसआई विमल कुमार, कांस्टेबल विजय कुमार, पीसीपीएनडीटी श्रीगंगानगर के जिला संयोजक रणदीप सिंह, आईईसी कॉर्डिनेटर मनीष शर्मा आदि को शामिल कर अवैध रूप से गर्भपात करने वालों का भंडाफोड़ करने के लिए जाल बुना गया। इसमें मुखबिर की मदद ली गई।
कोर्स अभी अधूरा
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपित लक्ष्मी देवी पत्नी वकील सिंह अभी जीएनएम का कोर्स कर रही है। उसने सिरसा स्थित नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन ले रखा है। हाल ही वह प्रथम वर्ष की परीक्षा देकर आई है। उसका पति वकील सिंह खुंजा में क्लिनिक चलाता है। उसके पास एलोपैथी में प्रेक्टिस के लिए कोई दस्तावेज कार्रवाई के दौरान नहीं मिला।
डिकॉय का डर
गौरतलब है कि पिछले दो-तीन बरस में डिकॉय ऑपरेशन के चलते ***** जांच व अवैध रूप से गर्भ समापन पर एक हद तक रोक लगी है। लेकिन दबे-छिपे अभी भी यह जारी है। जिले में अब तक पांच डिकॉय ऑपरेशन हो चुके हैं। इनमें दो चिकित्सकों सहित आधा दर्जन से अधिक दलाल गिरफ्तार किए जा चुके हैं।