हरिके हैड वक्र्स की क्षमता बढ़ाने को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने ढाई वर्ष पूर्व पंजाब के सीएम से मिलकर हरिके हैड वक्र्स की क्षमता बढ़ाने को लेकर विकल्प तैयार करने का निर्णय लिया था। इसके बाद पंजाब सरकार ने इस पर मॉडल स्टडी करवाकर इसकी रिपोर्ट के अनुसार हैड वक्र्स से पानी की क्षमता बढ़ाने की बात कही थी। लेकिन लंबे समय बाद भी पंजाब ने रिपोर्ट राजस्थान को नहीं सौंपी। मॉडल स्टडी की कछुआ चाल के चक्कर में राजस्थान का हित लंबे समय से प्रभावित हो रहा था। राजस्थान पत्रिका ने चार मई के अंक में ‘हरिके हैड वक्र्स की क्षमता बढ़ाने की कछुआ चाल, राजस्थान को नहीं मिल सकेगा रीलाइनिंग का लाभÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
-राजस्थान क्षेत्र में इंदिरागांधी नहर की लंबाई ४४५ किमी है।
-इस नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, चूरू व नागौर सहित प्रदेश के १२ जिलों की प्यास बुझ रही है।
-1958 में इंदिरागांधी फीडर का निर्माण शुरू हुआ था।
-11 अक्टूबर 1961 में राजस्थान में पहली बार इंदिरागांधी नहर की नौरंगदेसर वितरिका में पानी प्रवाहित किया गया था।
हम करवाएंगे परीक्षण
हरिके हैड वक्र्स की क्षमता बढ़ाने को लेकर पंजाब ने मॉडल स्टडी रिपोर्ट जारी कर दी है। राजस्थान सरकार स्तर पर अब हम इसका परीक्षण करवाएंगे। उम्मीद है आगे कुछ अच्छा होगा।
-अमरजीत मेहरड़ा, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़