बंदी के चलते इंदिरा गांधी नहर में नहीं पानी, फिर भी नहर में कूदे मिस्त्री का नहीं चला पता
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बंदी के चलते इंदिरा गांधी नहर में नहीं पानी, फिर भी नहर में कूदे मिस्त्री का नहीं चला पता
बंदी के चलते इंदिरा गांधी नहर में नहीं पानी, फिर भी नहर में कूदे मिस्त्री का नहीं चला पता
– 19 दिन बाद भी प्रौढ़ का नहीं लगा पता
– पुल पर बाइक खड़ी कर नहर में कूदने का मामला
हनुमानगढ़. गांव लखूवाली के पास पुल पर मोटर साइकिल खड़ी कर इंदिरा गांधी मुख्य नहर में छलांग लगाने वाले प्रौढ़ का सोमवार को 19वें दिन भी कोई सुराग नहीं लग पाया। प्रौढ़ के बारे में अभी तक कोई जानकारी हाथ न लगने से परिजनों के साथ पुलिस भी परेशान है। लखूवाली चौकी पुलिस कर्मियों के साथ परिजन नहर किनारे पर निगरानी रख रहे हैं। इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि नहरबंदी के चलते नहर में पानी होने पर जल्द ही प्रौढ़ के बारे में कोई जानकारी हाथ लगेगी। लेकिन अभी तक असफलता मिली है। पुलिस ने नहर किनारों पर निगरानी रखने के अलावा हैडों पर तैनात कर्मचारियों को अज्ञात शव बरामद होने की सूचना देने को कहा है। नहर में पानी भी काफी कम हो गया है। गौरतलब है कि चिनाई मिस्त्री विनोद कुमार (40) पुत्र भूप वर्मा निवासी वार्ड नम्बर एक गांव कोहला 22 मार्च की रात्रि करीब साढ़े आठ बजे बाइक पर रावतसर में चल रहे निर्माण कार्य से रात्रि को करीब साढ़े आठ बजे घर लौट रहा था। गांव लखूवाली के पास इंदिरा गांधी नहर के पुल पर पहुंचने पर विनोद ने बाइक को स्टार्ट हालत में पुल पर खड़ी कर नहर में छलांग लगा दी। आसपास के लोगों ने उसे नहर में छलांग लगाते देख इसकी सूचना लखूवाली चौकी पुलिस को दी। पुलिस व ग्रामीण मौके पर पहुंचे लेकिन अन्धेरे के कारण नहर में गिरे बाइक सवार का कोई सुराग नहीं लग पाया। पुलिस ने बाइक नम्बरों के आधार पर नहर में गिरे व्यक्ति की पहचान कर उसके परिजनों को सूचना दी। दो दिन तक गोताखोरों को नहर में उतार पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू करवाया।
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