जल संसाधन विभाग भाखड़ा की द्वितीय खंड की नहरों के चुनाव करवाने की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा है। इसमें सादुल ब्रांच की बीके १३१, १३२, एसटीजी में बीके १३३, एचएमएच में बीके १६५ से १६९, एफटीजी में बीके १७६, चंदूरवाली में बीके ६८, ६९, एमकेएस में बीके ७०, ७१, एफटीपी में बीके ७३, डीपीएम में बीके ७४, जीजीआर में बीके १५५ व १५७, एसएलडब्ल्यू में बीके १६०, केएसपी में १६१ से १६४, एसबीएन में बीके १७३, केएचआर में बीके १७४ से १७५, एसटीजी में बीके १३४ से १४१, पीबीएन में बीके १४२ से १५४ तक की नहरों में चुनाव प्रस्तावित हैं।
भाखड़ा द्वितीय खंड की कच्ची नहरों में जल उपयोक्ता संगम चुनाव कार्य करवाने के लिए प्रति नहर 25००० का बजट मांगा गया था। बताया जा रहा है कि अब चुनाव मे बजट की समस्या दूर कर ली गई है। बजट आवंटन के बाद चुनाव प्रक्रिया को गति देने में अधिकारी जुट गए हैं। फिलहाल वोटर लिस्ट को अंतिम रूप देने का कार्य चल रहा है।
जल उपयोक्ता संगम चुनाव से वंचित भाखड़ा खंड द्वितीय की ३९ बीके नहरों का संचालन वर्तमान में जल संसाधन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कर रहे हैं। लेकिन चुनाव के बाद इनका संचालन किसानों के हाथ चला जाएगा। इसके बाद पानी की बारी बांधना, पर्ची बनाना, खाले-नक्के स्वीकृत करना, नहरों की सफाई व सार-संभाल आदि कार्य नहर अध्यक्ष कर सकेंगे। राजस्थान सिंचाई प्रबंधन में कृषकों की सहभागिता अधिनियम २००० के तहत किसानों को नहर संचालन संबंधी समस्त अधिकार दिए जाएंगे।