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हनुमानगढ़

पीएम आवास योजना में हनुमानगढ़ का हाथ खाली

पीएम आवास योजना में हनुमानगढ़ का हाथ खालीतीन वर्ष में एक को भी नहीं मिला लाभ
हनुमानगढ़. पीएम आवास योजना में जहां 2022 तक सभी को घर देने का दावा किया जा रहा है। तीन वर्ष में हनुमानगढ़ निकाय क्षेत्र के हाथ अभी भी खाली हैं। नगर परिषद एक भी व्यक्ति को इस योजना का लाभ नहीं दिला पाई है। जबकि ग्राम पंचायतों में इस योजना के अंतर्गत सैंकड़ों मकान पीएम आवास योजना के तहत बन चुके हैं।

हनुमानगढ़Aug 08, 2019 / 12:02 pm

Anurag thareja

पीएम आवास योजना में हनुमानगढ़ का हाथ खाली

पीएम आवास योजना में हनुमानगढ़ का हाथ खाली


पीएम आवास योजना में हनुमानगढ़ का हाथ खाली
तीन वर्ष में एक को भी नहीं मिला लाभ

हनुमानगढ़. पीएम आवास योजना में जहां 2022 तक सभी को घर देने का दावा किया जा रहा है। तीन वर्ष में हनुमानगढ़ निकाय क्षेत्र के हाथ अभी भी खाली हैं। नगर परिषद एक भी व्यक्ति को इस योजना का लाभ नहीं दिला पाई है। जबकि ग्राम पंचायतों में इस योजना के अंतर्गत सैंकड़ों मकान पीएम आवास योजना के तहत बन चुके हैं। जबकि 2016 में शहर के सभी वार्डों में सर्वे कर 12600 के करीब फार्म भरे गए थे। सर्वे का कार्य एक कंसलटेंट कंपनी की ओर से किया गया था। उस वक्त नगर परिषद ने इस सर्वे रिपोर्ट को पूरी तरह से निकारते हुए पुन: वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए थे। इसके पश्चात कंपनी के प्रतिनिधियों की ओर से कुछ नहीं किया गया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। लेकिन अब फिर से कवायद शुरू की गई। लेकिन पात्र लोगों को जल्द इसका लाभ मिलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। क्योंकि नगर परिषद की टीम की ओर से अंतिम सूची जो तैयार की है। उसे संबंधित कंसलटेंट कंपनी वेबसाइट पर अपलोड करेगी। इसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अनुदान मिलेगा।
नागरिकों को इंतजार
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फार्म भरे जाने के बाद नागरिकों को अभी भी इसका लाभ मिलने का इंताजर है। इधर, वोटबैंक की राजनीति करने के लिए वार्डों के जनप्रतिनिधि आए दिन आवास योजना की राशि जल्द दिलाने का आश्वासन देते हैं। इसके चलते नागरिक अपने स्तर पर मकान की मरम्मत नहीं करवाते और झमाझम बारिश के दौरान कच्चे मकान की छत व दिवार ढहने से हादसे का शिकार हो जाते हैं। गत वर्ष में वार्ड 26 में एक मकान की छत गिरने से तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। उस वक्त नागरिकों ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि मिल गई तो हादसे में तीन जनों को जान नहीं गवानी पड़ती है। इस हादसे से भी नगर परिषद सीख ले लेता तो अबतक कईयों को इसका लाभ मिल जाता।

सहीं नहीं किया सर्वे
नगर परिषद से मिली जानकारी के अनुसार संबंधित कंसलटेंट कंपनी ने सर्वे में लीपोपोति की थी। इसकी वजह से नप के अधिकारियों ने इस रिपोर्ट पर मुहर नहीं लगाई। जिसकी वजह से यह मामला लटक गया। हालात यह है कि इस योजना की जानकारी के लिए संबंधित वेबसाइट में हनुमानगढ़ का जिक्र तक नहीं है। कंपनी सर्वे के मुताबिक हनुमानगढ़ में कुल 10067 कुल आवेदन प्राप्त हुए। इसमें सात हजार के करीब फार्म ऐसे थे जिनके मकान पूरी तरह कच्चे थे। इस पर नगर परिषद ने आपत्ति जताते हुए पुन: सर्वे करने की मांग की थी। दोबारा सर्वे नहीं होने पर नगर परिषद टीम ने इन सात माह में अपने स्तर पर जांच की तो केवल 242 फार्म ही सही पाए गए।
इनको मिलेगा लाभ
हनुमानगढ़ के 45 वार्डों में 9201 फार्मों का सही पाया गया है। इनमें से 242 ऐसे फार्म हैं, जिनके मकान कच्चे हैं। 5720 फार्म वो हैं, जिनके मकान की मरम्मत करवाई जानी है। 3239 फार्म उनके हैं, जो किराए के मकान में रह रहे हैं। इन फार्मों को कंसलटेंट कंपनी वेबसाइट पर अपलोड करेगी। इसके बाद नगर परिषद रूडिस्को में फार्मों की फोटोकॉपी जमा करवाई गई। इसकी जांच कर अनुदान के लिए सभी कागजात दिल्ली भेजे जाएंगे। तब जाकर नागरिकों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

जल्द मिलेगा लाभ
फार्मों की पुन: जांच करवाई जा चुकी है। इसके लिए कंसलटेंट कंपनी को सूची भी भेजी जा चुकी है। वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद फार्मों की कॉपी रूडिस्को को जमा करवाएंगे। इस प्रक्रिया में कुछ ही दिन लगेंगे, अनुदान मिलते ही पात्र लोगों के खाते में राशि जमा होगी।
सुभाष बंसल, अधिशासी अभियंता, नगर परिषद
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