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हनुमानगढ़

बंदी की तैयारी, बढ़ते संक्रमण से प्रोजेक्ट पर असमंजस के मंडरा रहे बादल

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हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर में आगामी मार्च व अप्रेल में साठ दिन की बंदी लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसमें तीस दिन पेयजल आपूर्ति तथा तीस दिन पूर्ण बंदी लेने की चर्चा है। तय समय पर रीलाइनिंग के कार्य शुरू हो सकें, इसके लिए टेंंडर आदि की प्रक्रिया पूर्ण करने में अधिकारी जुटे हैं।
 

हनुमानगढ़Jan 15, 2022 / 08:42 am

Purushottam Jha

बंदी की तैयारी, बढ़ते संक्रमण से प्रोजेक्ट पर असमंजस के मंडरा रहे बादल

बंदी की तैयारी, बढ़ते संक्रमण से प्रोजेक्ट पर असमंजस के मंडरा रहे बादल

बंदी की तैयारी, बढ़ते संक्रमण से प्रोजेक्ट पर असमंजस के मंडरा रहे बादल
-इंदिरागांधी नहर में रीलाइनिंग कार्य को लेकर मार्च अप्रेल में प्रस्तावित है बंदी

हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर में आगामी मार्च व अप्रेल में साठ दिन की बंदी लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसमें तीस दिन पेयजल आपूर्ति तथा तीस दिन पूर्ण बंदी लेने की चर्चा है। तय समय पर रीलाइनिंग के कार्य शुरू हो सकें, इसके लिए टेंंडर आदि की प्रक्रिया पूर्ण करने में अधिकारी जुटे हैं। इस नहर की सूरत बदलने के लिए ३२९१ करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुका है। गत दो बरसों में कोरोना संक्रमण के चलते इंदिरागांधी नहर पंजाब व राजस्थान भाग में रीलाइनिंग के कार्य पूर्ण नहीं करवा जा सके। अब इस बार फिर से कोरोना का संक्रमण जिस तरह से फैल रहा है, उससे रीलाइनिंग प्रोजेक्ट पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हालांकि जल संसाधन विभाग राजस्थान के अधिकारी इस रीलाइनिंग प्रोजेक्ट की मियाद दो वर्ष आगे बढ़वाने को लेकर नेशनल डवलपमेंट बैंक (एनडीबी) के साथ समन्वय कर रहे हैं। जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा ने बताया कि प्रोजेक्ट के पहले फेज में ९५८ करोड़ के काम हुए हैं। इसके बाद दूसरे फेज में ११३३ तथा तीसरे फेज में १२०० करोड़ के कार्य करवाए जाने हैं। इसकी तैयारी की जा रही है। वर्तमान में स्वीकृत प्रोजेक्ट के तहत इसकी मियाद अगस्त २०२३ तक है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि इस अवधि में रीलाइनिंग कार्य करवाए जाने संभव नहीं है। इस स्थिति में प्रोजेक्ट की मियाद आगे बढ़ाने को लेकर एनडीबी से आग्रह किया गया है। इस नहर से राजस्थान के कई जिले लाभान्वित हो रहे हैं। कृषि कार्य का सबसे बड़ा आधार इस नहर को माना जाता है।
दस जिलों को फायदा
इंदिरागंाधी नहर से राजस्थान के दस जिलों को जलापूर्ति होती है। राजस्थान व पंजाब भाग में रीलाइनिंग कार्य का प्रोजेक्ट पूर्ण होने पर इसमें पानी का प्रवाह वर्तमान की तुलना में अधिक हो सकेगा। इससे किसानों को शेयर के अनुसार पानी मिलना संभव हो सकेगा।

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