हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी फरार
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हनुमानगढ़. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी टाउन स्थित खुला बंदी शिविर से फरार हो गया। इस संबंध में टाउन थाने में मंगलवार को मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने बंदी की तलाश शुरू कर दी है। उसकी तलाश में छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। मगर वह हत्थे नहीं चढ़ा।
हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी फरार
हत्या के मामले में सजा काट रहा बंदी फरार
– हनुमानगढ़ टाउन स्थित खुला बंदी शिविर से भागा बंदी
– श्रीगंगानगर की नई मंडी घड़साना का निवासी
हनुमानगढ़. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी टाउन स्थित खुला बंदी शिविर से फरार हो गया। इस संबंध में टाउन थाने में मंगलवार को मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने बंदी की तलाश शुरू कर दी है। उसकी तलाश में छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। मगर वह हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस के अनुसार प्रहरी सत्यपाल गुर्जर ने रिपोर्ट दी कि हनुमानगढ़ टाउन में फतेहगढ़ मोड़ के पास स्थित खुला बंदी शिविर में 14 बंदी सजा काट रहे हैं। उनको सोमवार दोपहर चिकित्सा जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। फिर वहां से जांच करवा कर वापस ले आए। शाम को करीब सात बजे जब बंदियों की गिनती की तो गुरबचन सिंह (55) पुत्र दिलीप सिंह निवासी नई मंडी घड़साना, श्रीगंगानगर गायब था। उसकी कई जगह तलाश की मगर वह नहीं मिला। उसका मोबाइल फोन भी स्विचऑफ था। जब उसके साथी बंदियों से पूछा तो बताया कि वह दोपहर एक बजे के बाद उनको नहीं दिखा। इसके बाद टाउन पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पड़ताल की तथा मामला दर्ज किया। इसकी जांच एएसआई बलराम सिंह को सौंपी गई है।
पहले था जैतसर
खुला बंदी शिविर टाउन के प्रहरी सत्यपाल गुर्जर ने बताया कि बंदी गुरबचन सिंह पहले जैतसर स्थित खुला बंदी शिविर में सजा काट रहा था। उसे दो साल पहले जैतसर से हनुमानगढ़ टाउन स्थित खुला बंदी शिविर में शिफ्ट किया गया था।
पहले भी हो चुके हैं बंदी फरार
गौरतलब है कि टाउन के खुला बंदी शिविर से पहले भी बंदियों के फरार होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। करीब तीन साल पहले भादरा के जोगीवाला गांव का बंदी खुला बंदी शिविर से फरार हो गया था। हालांकि उसको अगले दिन ही पुलिस ने घर में सोते हुए गिरफ्तार कर लिया था।