उन्होंने बताया कि जयपुर कंपनी में कार्यरत संघ के अध्यक्ष लाखन सिंह के पक्ष में हुए फैसले की प्रतिलिपि लगाकर न्यायालय से दूसरे संगठन की ओर से अपील पर निर्णय पारित होने के बाद तकनीकी कर्मचारियों को 2400 ग्रेड पे नहीं दिया जा रहा। साथ ही सातवें वेतन आयोग में की जा रही कटौती को नहीं रोका गया। इससे कर्मचारियों में रोष फैल रहा है। वक्ताओं ने कहा कि अधिमानता के आधार पर लगे कर्मचारियों को कनिष्ठ लिपिक नहीं बनाया गया। इसी प्रकार से लेखा शाखा के प्रमोशन में इंजीनियर शाखा के अनुरूप प्रमोशन में कोटा रखने कनिष्ठ अभियंता को 4800 ग्रेड पे देने तकनीकी स्टाफ के नए पदों के अनुरूप प्रमोशन करने में भी देरी हो रही है।
प्रदर्शन करने वालों में राजेंद्र सीकर, अमर सिंह, हरगोविंद सिंह, चंद्रमोहन, अजय सिंह राजपूत, कृष्ण कुमार, लखवीर सिंह, ओमप्रकाश गोदारा, राज्यपाल वर्मा, कुलवीर सिंह, अशोक कुमार, प्रेम बेनीवाल, अनिल कुमार, कानाराम, चानणराम, जसकरण, सुनील बिश्नोई, गुलजार अहमद, कुलदीप आदि शामिल थे।
दी चेतावनी
जिलाध्यक्ष कृष्ण तायल ने चेतावनी दी है कि डिस्कॉम प्रशासन ने 15 दिन की भीतर बिजली कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं किया तो संगठन आंदोलन को तेज करेगा।
यह है मुख्य मांगें
नियमित प्रकृति के कार्य ठेके पर नहीं देना, ठेका प्रथा का विरोध, अकुशल श्रमिकों के भर्ती करना, महंगाई के अनुरूप बिजली भत्ता, वर्दी भत्ता, साइकिल भत्ता आदि में बढ़ोतरी करना, तकनीकी स्टाफ के प्रमोशन, विद्युत दुर्घटनाओं को रोका जाए। इसके अलावा 33/11केवी चौकियों पर ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी लाइट व पानी की व्यवस्था नहीं है। जाखड़ावाली व पल्लू प्रत्येक उप चौकियों पर एक-एक कूलर की व्यवस्था की जाए। गोलूवाला उपखंड में कर्मचारी नियुक्त किए जाए।